रूस और भारत के विदेश मंत्रियों की वार्ता से एक दिन पहले सोमवार को रूस ने कहा कि दोनों देश “अधिक न्यायपूर्ण” और “बहुकेंद्रीय” विश्व व्यवस्था कायम करने का समर्थन करते हैं और सबसे अधिक दबाव वाले मुद्दों पर दोनों के रुख में निकटता दिखाई दी है। रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को लेकर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आज शाम रूस की दो दिवसीय यात्रा शुरू की।
रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वार्ता के दौरान जयशंकर और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव व्यापार और निवेश, व्यापार के लिए राष्ट्रीय मुद्राओं के उपयोग, ऊर्जा क्षेत्र में “आशाजनक परियोजनाओं” और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एक सुरक्षा तंत्र स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। बयान में कहा गया है, “रूस और भारत एक अधिक न्यायपूर्ण और बहुकेंद्रित विश्व व्यवस्था कायम करने का समर्थन करते हैं, और वैश्विक स्तर पर साम्राज्यवाद को बढ़ावा देने वालों से आगे बढ़ चुके हैं।”
मंत्रालय ने कहा, “ सबसे अधिक दबाव वाले मुद्दों पर दोनों देशों के रुख में निकटता दिखाई दी है। और दोनों ही संयुक्त राष्ट्र चार्टर में निहित अंतरराष्ट्रीय कानून के सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त मानदंडों के पालन का समर्थन करते हैं।”