पूरे विश्व की नजरें इस वक्त रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर है। ऐसे में इस हिंसक लड़ाई से इतर बातचीत से इस युद्ध को रोका जा सकता है तो यह जरूर होना चाहिए। जानकारी के अनुसार, रूस और यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की बातचीत 2 मार्च को हो सकती है। इससे पहले सोमवार को बेलारूस में दोनों देशों के बीच पहले राउंड की बैठक हुई थी। हालांकि, बैठक में कोई समाधान नहीं निकला था। करीब 3:30 घंटे की बातचीत के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधि अपने-अपने देश लौट गए थे।
रूस ने खार्किव शहर पर हमला कर दिया था
आपको बता दें कि यूक्रेन के साथ पहले दौर की बैठक के बाद ही रूस ने खार्किव शहर पर हमला कर दिया था। रूसी सेनाओं ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर मंगलवार को बमबारी की। इसके साथ ही रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव के और करीब पहुंच गई है तथा करीब 40 मील के काफिले में रूस के टैंक और अन्य सैन्य वाहन कूच कर रहे हैं।
यूक्रेन यूरोप का समान सदस्य बनने के लिए भी लड़ रहा है
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने आज यूरोपीय संघ की संसद से कहा कि यूक्रेन यूरोप का समान सदस्य बनने के लिए भी लड़ रहा है। उन्होंने संसद को संबोधित करते हुए कहा, हम यूरोप का समान सदस्य बनने के लिए भी लड़ रहे हैं। जेलेंस्की ने कहा, मेरा मानना है कि आज हम हर किसी को दिखा रहे हैं कि हम क्या हैं … हमने साबित कर दिया है कि कम से कम, हम आपके जैसे ही हैं। इस बीच, पूरे यूक्रेन में अनेक लोगों ने एक और रात आश्रयों, तहखाने या गलियारों में बिताई।
रूस इन आसान तरीकों से यूक्रेन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि बमबारी में बढ़ोतरी केवल उन पर दबाव बनाने के उद्देश्य से की गई है। उन्होंने सोमवार को देर रात जारी वीडियो संदेश में कहा, ”रूस इन आसान तरीकों से (यूक्रेन पर) दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।’ जेलेंस्की ने हालांकि दिन में दोनों पक्ष के बीच हुई लंबी वार्ता की जानकारी नहीं दी लेकिन उन्होंने कहा कि कीव कोई रियायत देने को तैयार नहीं है, वह भी तब जब एक ओर रॉकेट और तोप से हमले किए जा रहे हैं।