रूस और यूक्रेन में जारी युद्ध का आज 16वां दिन है और अभी भी कई जगह स्थिति गंभीर बनी हुई है। गुरूवार को तुर्की में हुई दोनों देशों के विदेश मंत्री की वार्ता भी बेनतीजा रही। बैठक में दोनों देशों के बीच युद्धविराम को लेकर बात नहीं बनी। जिसके परिणाम स्वरूप आज भी युद्ध जारी है। हालांकि यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि, दोनों देश मानवीय मुद्दों के समाधान के लिए प्रयास जारी रखने पर सहमत हुए हैं। इस बीच रूसी सेना ने दावा किया है कि, उन्होंने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर कब्जा कर लिया है। इसके अलावा पुतिन की सेना ने राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए सैन्य कार्रवाई और तेज कर दी है। हालांकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करने की बात कही है।
रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के परिणाम यूरोप को भुगतने होंगे : रूसी उप विदेश मंत्री
तुर्की में बातचीत के बाद रूस के उप विदेश मंत्री अलेक्जेंडर पंकिन ने कहा है कि यूक्रेन में सैन्य अभियान को लेकर रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के परिणाम यूरोप को भुगतने होंगे। समाचार पत्र इजवेस्टिया को दिए अपने साक्षात्कार में उन्होंने कहा, आप हम पर लगाए गए प्रतिबंधों के प्रभाव अभी से देख सकते हैं, जो पश्चिमी यूरोप पर भी पड़ने वाला है। ये हम पर निर्भरशील हैं। हालांकि ये इसलिए नहीं प्रभावित होंगे कि हम ऊर्जा की आपूर्ति को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं बल्कि इसलिए क्योंकि हम अपने समझौतों और उनमें वर्णित अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी पूरा करते हैं
कई शहरों से निकले 40 हजार लोग : जेलेंस्की
दोनों देशो में जारी युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि गुरुवार को यूक्रेन के कई अलग-अलग शहरों से करीब 40,000 लोगों की निकासी हुई है। जेलेंस्की ने अपने टेलीग्राम चैनल पर एक वीडियो संबोधन में कहा, आज हमारे प्रमुख कार्यों में से एक सुमी, ट्रॅस्टिएनेट्स, क्रास्नोपिल्या, इरपिन, बुका, होस्टोमेल, ईज्यूम में मानवीय गलियारों का निर्माण करना था। आज हमने पोल्टावा, कीव, चर्कासी, जापोरिज्जिया, निप्रो, ल्वीव में लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए लगभग 40,000 लोगों की निकासी करने में सफल रहे हैं।