रूस और यूक्रेन के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। दोनों मुल्कों की सीमा पर रूस और यूक्रेन के सैनिकों की बीच झड़प हुई है। रूसी सेना ने कहा है कि इसने यूक्रेनी क्षेत्र को पार कर रूस के हिस्से में आने वाले पांच सैनिकों को मार गिराया है। दोनों मुल्कों के बीच बढ़ते युद्ध के खतरे के बीच रूस की तरफ से ये बड़ा दावा किया गया है। रूसी सेना ने कहा है कि इसने देश की सीमा में घुसने पर दो यूक्रेनी बख्तरबंद वाहनों को भी तबाह कर दिया है। रूस और यूक्रेन के बीच कई हफ्तों से चल रहे तनाव के दौरान हुई ये इस तरह की पहली घटना है। हालांकि यूक्रेन ने इसे रूस की चाल बताया और कहा कि रूस तनाव भड़काने की कोशिश कर रहा है।
1991 में सोवियत संघ के पतन तक यूक्रेन रूस का ही हिस्सा
ये खबर ऐसे समय में आई है जब यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगी कई दिनों से कह रहे हैं कि रूस एक बड़ी ताकत के साथ यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए बहाना ढूंढ़ रहा है। पश्चिमी देशों ने रूस पर अपने पड़ोसी देश पर आक्रमण करने की योजना बनाने का आरोप लगाया। बता दें कि 1991 में सोवियत संघ के पतन तक यूक्रेन रूस का ही हिस्सा था। मास्को ने किसी भी हमले की योजना से इनकार किया है, लेकिन व्यापक सुरक्षा गारंटी की मांग की है, जिसमें एक वादा ये भी शामिल है कि यूक्रेन कभी नाटो में शामिल नहीं होगा।
रूस का दावा, यूक्रेन ने किया अटैक
रूस की एफएसबी सुरक्षा सेवा ने पहली बार इस तरह के दावे किए हैं। सेना ने कहा कि स्थानीय समय के अनुसार सुबह 9:50 बजे एक अज्ञात प्रक्षेपास्त्र से हमारी सीमा के 150 मीटर अंदर एफएसबी चौकी पर हमला किया गया। इसमें चौकी पूरी तरह तबाह हो गई। गोलाबारी में रोस्तोव क्षेत्र में स्थित सैन्य ठिकाना पूरी तरह ध्वस्त हो गया। यह चौकी सीमा पर तैनात सुरक्षा गार्ड इस्तेमाल करते थे। रूसी सेना ने एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें एक कमरे का शेड दिखाई दे रहा है, जिसकी छत और दीवारें धंसी हुई हैं और एक रूसी झंडा बिखरा पड़ा है।
रूस ने कहा- हमने 5 यूक्रेनी मार गिराए
रूसी सेना ने एक बयान में कहा, ‘संघर्ष के दौरान यूक्रेन से रूसी सीमा का उल्लंघन कर आने वाले पांच विध्वंसकारियों के एक समूह को उसने मार गिराया है। बयान के अनुसार, यह घटना रोस्तोव क्षेत्र के मित्याकिन्स्काया गांव के पास स्थानीय समयानुसार सुबह 6:00 बजे हुई। इन घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी कि मास्को यूक्रेन की सीमा पर अपने सैन्य जमावड़े को सही ठहराने के लिए बहाना ढूंढ रहा है ताकि वह हमले को अंजाम दे सके।
यूक्रेन ने हमले की खबर को ‘फर्जी बताया
हालांकि रूस समर्थित अलगाववादियों के खिलाफ संयुक्त सैन्य अभियान का नेतृत्व कर रहे यूक्रेन के प्रवक्ता पावलो कोवलचुक ने कहा, “रूस रोजाना ऐसी अफवाहें फैला रहा है ताकि उसे मौका मिल सके। हम उन्हें इससे रोक नहीं सकते और हमारी सेना कभी भी सैन्य चौकियों पर गोलियां नहीं चलाती।” उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों पर रूस समर्थक विद्रोहियों के कब्जा कर लेने पर यूक्रेन सेना ने कहा कि हम उनके खिलाफ गोलीबारी और तोपखाने का इस्तेमाल नहीं करेंगे।