यूक्रेन की धरती पर कुछ हिंसा की गतिविधि की आशंका जताई जा रही है इसी को देखते हुए रूसी के राजनियकों और दूतावास के कर्मचारियो ने कुछ अवगत परिस्थितियों के कारण यूक्रेन को छोड़ना आरंभ कर दिया हैं। हालांकि इस स्थिति को देखते हुए राजनयिक संस्थाओं से संपर्क करने की संभावना काफी हद तक कम हो गई हैं।
दूतावास में संपर्क
उल्लेखनीय है कि शनिवार को सूचना देते हुए एक सूत्र ने कहा,‘‘यूक्रेनी नागरिकों के मुताबिक, रूसी राजनयिकों और दूतावास संबंधी अधिकारों ने रूस के लिए प्रस्थान आरंभ कर दिया है। जो कि विशेष रूप से दूतावास में संपर्क करते समय उत्पन्न होने वाली कठिनाइयों से साबित होता है।’’ सूत्र ने कहा कि मॉस्को का यह फैसला कुछ पश्चिमी देशों से प्रेरित हो सकता है, जिन्होंने यूक्रेन से निकासी की घोषणा की थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए
सूत्र ने कहा,‘‘वैसे, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रस के साथ बातचीत के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस संभावना पर संकेत दिया था।’’ श्री लावरोव ने जनवरी के अंत में कहा था कि यूक्रेन में मौजूद रूसी राजनयिकों की सुरक्षा के लिए रूस कदम उठाएगा।अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया ने रूस के साथ तनाव को लेकर यूक्रेन से अपने राजनयिक कर्मचारियों को आंशिक रूप से निकालने की योजना को लेकर घोषणा की। इन देशों ने यूक्रेन पर रूस की ओर से हमले की आशंका जतायी है जिसका मॉस्को ने खंडन किया है।