सऊदी अरब के उच्चतम न्यायालय ने सऊदी अरब के शाह और युवराज (क्राउन प्रिंस) द्वारा मानवाधिकार की दिशा में उठाए गए कदम के मद्देनजर देश में कोड़े मारने की सजा खत्म कर दी है। न्यायालय ने कहा है कि इसके बदले या तो जेल की सजा दी जाएगी या फिर उसे जुर्माना भरना होगा।
उच्चतम न्यायालय ने कहा कि देश की अदालतों द्वारा दी जाने वाले कोड़े मारने की सजा का पूरी दुनिया के मानवाधिकार समूह विरोध करते हैं क्योंकि कई बार अदालतें 100 कोड़े तक मारने की सजा सुनाती हैं।
सऊदी अरब के उच्चतम न्यायालय का कहना है कि ताजा सुधार का लक्ष्य ‘‘देश को शारीरिक दंड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों के मानदंडों के और करीब लाना है।’’ फिलहाल विवाहेत्तर यौन संबंध, शांति भंग करना और हत्या तक के मामलों में अदालतें आसानी से दोषी को कोड़े मारने की सजा सुना सकती थीं। न्यायालय ने एक बयान में कहा है कि भविष्य में न्यायाधीशों को जुर्माना, जेल या फिर सामुदायिक सेवा जैसी सजाएं चुननी होंगे।