दक्षिण कोरियाई खुफिया और सरकारी अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल, इस सप्ताह ब्रुसेल्स का दौरा करेगा। प्रतिनिधिमंडल उत्तर कोरियाई सैनिकों की रूस में तैनाती के बारे में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) को जानकारी देगा।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस ने कहा कि प्रथम उप निदेशक हांग जंग-वोन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को नाटो मुख्यालय का दौरा करेगा। प्रतिनिधमंडल उत्तर कोरिया और रूस के बीच गहराते सैन्य संबंधों के बारे में गठबंधन को जानकारी देगा। नाटो महासचिव मार्क रूट ने पिछले सोमवार को राष्ट्रपति यून सूक येओल के साथ फोन पर बातचीत में ऐसी टीम भेजने का अनुरोध किया।
बता दें सोल और वाशिंगटन की तरफ से रूस में उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती के दावे किए जा रहे हैं।
योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने अमेरिका का आकलन पेश किया कि प्योंगयांग ने अक्टूबर के प्रारम्भ से मध्य तक की अवधि में इन सैनिकों को जहाज से रूस भेजा। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वाशिंगटन को अभी तक यह नहीं पता है कि सैनिकों का मिशन क्या है? किर्बी के मुताकि उत्तर कोरियाई सैनिक वर्तमान में तीन रूसी साइट्स पर बुनियादी युद्ध की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
अमेरिका का विश्लेषण सोल की प्रमुख खुफिया एजेंसी के आकलन से मेल खाता है, जिसके अनुसार लगभग 3,000 उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस भेजा गया और दिसंबर तक कुल 10,000 सैनिकों की तैनाती की उम्मीद है। सोल वर्तमान में उत्तर कोरियाई सैनिकों की रणनीति का अध्ययन और विश्लेषण करने के विकल्प पर विचार कर रहा है। इसके लिए वह यूक्रेन में अपनी एक टीम भेजने की योजना बना रहा है। अगर ऐसी टीम यूक्रेन रवाना होता ही तो इसमें खुफिया अधिकारी और सेना के उत्तर कोरिया विशेषज्ञ शामिल हो सकते हैं।