विपक्षी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता शहबाज शरीफ के हालिया साक्षात्कार ने इस्लामाबाद और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों के संदर्भ में अपने ‘भिखारी चयनकर्ता नहीं हो सकते’ वाले बयान का बचाव किया है। समा टीवी ने यह जानकारी दी। पीएमएल-एन नेता ने अब स्पष्टीकरण के साथ अपनी बात का बचाव करने की कोशिश की है। पत्रकार शहजाद इकबाल ने विपक्षी नेता से पूछा कि पाकिस्तान के लिए अमेरिका का तुष्टिकरण क्यों जरूरी है ,जबकि हमें समान संबंध बनाए रखने चाहिए।
भिखारी चयनकर्ता नहीं हो सकते पर शहबाज शरीफ का स्पष्टीकरण
जवाब में, शहबाज शरीफ ने कहा कि भिखारी चयनकर्ता नहीं हो सकते, कृपया समझें। उन्होंने कहा, हमें अपने राष्ट्र का पेट भरना है। हमें अपने बच्चों को स्कूल भेजना है, हम किसी से नहीं लड़ सकते, दूसरों के खिलाफ नारे नहीं लगा सकते। कौन हैं हम, हम वो देश हैं जो अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनके बयान से सोशल मीडिया पर हलचल मच गई और अब शहबाज शरीफ का कहना है कि कुछ लोग उनकी टिप्पणी का ‘गलत मतलब’ निकाल रहे हैं।
बेअसर साबित हुई शरीफ की सफाई?
उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि विपक्षी नेता ने कहा कि यह हमेशा उनका ‘विश्वास’ रहा है कि सच्ची स्वतंत्रता आत्मनिर्भरता से आती है। उनका यह स्पष्टीकरण हालांकि, पीटीआई समर्थकों के बीच गुस्से को शांत करने में विफल रहा और कई ट्विटर यूजरों ‘पाकिस्तानी शर्मिदा है’ को ट्रेंड करना शुरू कर दिया। सोशल मीडिया यूजर्स प्रधानमंत्री इमरान खान और शहबाज शरीफ के बयानों की तुलना कर रहे हैं।