रूस सरकार के वरिष्ठ अधिकारी एनातोली चुबैस के बागी तेवर और फिर उनका इस्तीफा यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से किसी रसूखदार व्यक्ति का सरकारी ओहदा छोड़ने का कोई पहला मामला नहीं होगा, हालांकि यह निश्चित तौर पर सर्वाधिक असामान्य घटनाओं में से एक है। सतत विकास पर अंतरराष्ट्रीय संगठनों में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दूत चुबैस रूस का जाना-पहचाना नाम हैं। उन्होंने सोवियत संघ के बिखरने के बाद रूस के पहले नेता बोरिस येल्तसिन के साथ काम की शुरुआत की थी और लगभग तीन दशक तक वह उच्च पदों पर कार्य करते रहे।
कई हस्तियों ने की महयुद्ध की सार्वजानिक निंदा
यूक्रेन पर रूस के हमले की कई सार्वजनिक हस्तियों ने निंदा की है और सरकारी संस्थानों एवं कंपनियों के पद छोड़ दिये हैं। इससे रूस की आधिकारिक श्रेणियों में युद्ध को लेकर मतभेद की आशंका उभर रही है। अभी तक हालांकि इस बात के संकेत नहीं मिले हैं कि त्याग पत्रों का सिलसिला पुतिन के अधिकारियों-कर्मचारियों के अंदरुनी घेरे तक पहुंचा है या नहीं।
यूक्रेन में युद्ध के कारण महत्वपूर्ण पद छोड़ने वाले कुछ हाई-प्रोफाइल नेताओं में एनातोली चुबैस के अलावा पूर्व उप प्रधानमंत्री और अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ के मौजूदा अध्यक्ष आर्केडी द्वोरकोविच, सरकार द्वारा वित्त पोषित चैनल एनटीवी की एंकर लिलिया गिल्दियेवा और एक अन्य सरकारी टेलीविजन चैनल ‘चैनल वन’ के पत्रकार झान्ना अगालाकोवा शामिल हैं।
महायुद्ध में 15000 रूसी सैनिकों की गई जान
वहीं बता दें कि नाटो ने दावा किया कि यूक्रेन में पिछले चार हफ्ते से जारी लड़ाई में 7000 से 15000 रूसी सैनिक मारे गये हैं। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गठबंधन का यह आकलन यूक्रेन के अधिकारियों से मिली जानकारी तथा खुले स्रोतों से जुटायी गयी खुफिया सूचनाओं पर आधारित है जिसे रूस ने जानबूझकर जारी किया या नहीं किया। अधिकारी ने नाटो द्वारा तय नियमों के तहत अपनी पहचान नहीं बताने की शर्त पर यह जानकारी दी।