भारत में श्रीलंका के उच्चायुक्त निलुका कदुरुगामुवा ने गुरुवार को भारत से व्यापार संबंधों का विस्तार करने का आग्रह करते हुए कहा कि उनका देश अब (भारत के) उत्तरी भाग में कदम बढ़ने के लिए तत्पर है।
श्री कदुरुगामुवा ने यहां ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा,‘‘श्रीलंका पहले से ही विशाखापत्तनम और तमिलनाडु में मौजूद है। हमारा मानना ??है कि यह दोनों देशों के उद्यमियों के लिए वर्ष 2000 के भारत-श्रीलंका मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अपने द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को अधिकतम करने के लिए एक उपकरण के रूप में उपयोग करने का समय है।’’ उन्होंने ब्रांडिक्स इंडिया अपैरल सिटी और बैंक ऑफ सिलोन की ओर से दक्षिण भारत में किये गये व्यापार का भी हवाला दिया।
उन्होंने कहा,‘‘श्रीलंका सरकार बदले में आधुनिक व्यापार की जरूरतों के अनुरूप अपने सिस्टम और प्रक्रियाओं में सुधार करते हुए देश में उदार निवेश माहौल को प्रतिष्ठित करने और बढ़वा देने के लिए प्रतिबद्ध है।’’ ब्रिक्स, पांच प्रमुख उभरती राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं – ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का एक समूह है। इसमें आधिकारिक तौर पर श्रीलंका शामिल नहीं है।
इस अवसर पर ब्रिक्स सीसीआई के वित्त निदेशक और कोषाध्यक्ष विश्वास त्रिपाठी ने कहा,‘‘इस व्यवसाय सहयोग में ब्रिक्स के पड़सी और मित्र देश भी शामिल हैं और इस संदर्भ में, श्रीलंका इस सहयोग का प्रमुख हिस्सा है।’’
ब्रिक्स सीसीआई के महासचिव डॉ मधुकर ने भी भारत को ‘बड़ भाई की भूमिका निभाते’ हुए पड़सी राष्ट्र को प्रोत्साहित करके दोनों पड़सियों के बीच एक स्वस्थ आर्थिक संबंध को बढ़वा देने की वकालत की।