दुनिया में बड़ी अजीबो-गरीब बीमारियां देखने को मिलती हैं, जिनके बारे में बहुत ही कम सुनने को मिलता है। लेकिन आज हम आपको जिस बीमारी के बारे में बताने जा रहे है वह पूरी दुनिया में बस एक ही महिला को है।
जी हाँ , वैसे तो दुनिया में लोग तरह-तरह की बीमारियों से जूझते रहते हैं। कुछ को अपनी बीमारियों से जल्द निजात मिल जाती है तो कुछ ऐसे भी होते हैं जिनकी बीमारी का इलाज करते-करते डॉक्टर का दिमाग भी चकरा जाता है। लंदन में रहने वाली एक लड़की ऐसी अजीबो गरीब बीमारी से जूझ रही है जिससे निजात दिलाने के लिए डॉक्टरों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
हैरत की बात यह है कि जब इस पैर को काटा जाता है तो वह अपने आप उग भी जाता है। क्यों, हैरान हो गए न आप ! लेकिन ये सच है, लंदन की मैंडी सेलर्स के पैर जन्म के वक़्त आम शिशु से पांच गुना मोटे थे। वहीं जन्म से ही उनका बायां पैर दाएं पैर से 3 इंच बड़ा था।
मैंडी सेलर्स एक ऐसी दुर्लभ जन्मजात बीमारी से पीड़ित हैं, जिसमें PIK3CA नामक एक जेनेटिक म्यूटेशन की वजह से उनके पैर असामान्य और बेडौल तरीके से बढ़ गए हैं।
7 साल की उम्र में डॉक्टर ने उनका एक पैर काटने की बात कही, लेकिन उनकी मां इसके लिए तैयार नहीं हुईं, क्योंकि वह चाहती थीं कि उनकी बेटी जितना संभव हो, सामान्य जीवन बिताए। 2010 में सेलर्स ने अपना एक पैर कटवा दिया, ताकि उसकी ग्रोथ रुक सके, लेकिन वह फिर भी बढ़ता रहा।
वही , मैंडी की इस बीमारी को देखते हुए डॉक्टर्स ने एक ऐसी दवाई बनाई है जिससे उनके पैर का वजन घटकर 70 किलो रह गया है।
आपको बता दे कि मैंडी को एक दवाई का ट्रायल लेने को कहा गया, जिसके लिए वह तुरंत ही तैयार हो गई। मात्र 5 महीनों में उनकी टांगों का आकार घटने लगा। मैंडी का कहना है कि उन्हें इसकी आदत हो गई है। अब उन्हें चलने फिरने में भी कोई परेशानी नहीं होती है।
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