तालिबान ने कहा कि अफगानिस्तान में नयी सरकार के गठन की घोषणा की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। तालिबान ने अफगानिस्तान में नयी सरकार के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए चीन, पाकिस्तान, रूस, तुर्की, ईरान और कतर को न्योता भेजा है। चीन अपने सहयोगी पाकिस्तान तथा रूस के साथ अफगानिस्तान पर अपनी नीतियां बनाने के लिए समन्वय कर रहा है। रूस की अफगानिस्तान से सीमाएं लगती हैं।
तालिबान के प्रवक्ता अहमदुल्ला मुत्ताकी ने यह जानकारी दी। उसने ट्विटर पर लिखा, “इस्लामी सरकार की घोषणा की तैयारी पूरी हो चुकी है। जल्द ही सरकार गठन की घोषणा की जायेगी।” इससे पहले, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा था कि कुछ तकनीकी मुद्दों को छोड़कर अफगानिस्तान में सरकार के गठन पर निर्णय लेने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। बता दें तालिबान ने अपने विरोधियों के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान के आखिरी प्रांत पंजशीर को नियंत्रण में लेने का दावा किया है।
सुरक्षा कारणों से पहचान गोपनीय रखते हुए चश्मदीदों ने बताया कि हजारों की संख्या में तालिबान लड़ाकों ने पूरी रात कार्रवाई कर पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को एक बयान जारी कर पुष्टि की कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है।
मुजाहिद ने बाद में काबुल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने बातचीत के जरिये समस्या का समाधान करने की पूरी कोशिश की लेकिन उन्होंने बातचीत करने से इनकार कर दिया जिसके बाद हमने लड़ाकों को भेजा।’’ तालिबान विरोधी लड़ाकों का नेतृत्व पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह एवं अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद कर रहे हैं। विशेषज्ञों ने लंबे समय तक तालिबान के खिलाफ मोर्चा कायम रहने पर आशंका जताई थी, जिसे 20 साल तक युद्धग्रस्त देश में अमेरिका की मौजूदगी के आखिरी दिनों में बहुत कम प्रतिरोध का सामना करना पड़ा।