दुनियाभर में खौफ का नाम बन चुका खतरनाक आतंकवादी संगठन तालिबान का कहर अफगानिस्तान में जारी है। अफगानिस्तान की सरकार आतंकवादी संगठन के आगे बेबस नजर आ रही है, अफगानिस्तान के अधिकतर हिस्से पर तालिबान ने अपना कब्जा कर लिया है। सेना और तालिबानियों के मध्य भीषण दौर का युद्ध जारी है, लेकिन ऐसे में तालिबान ने एक बड़ा दिल दिखाते हुए कुछ ऐसा किया, जिसने पूरी दुनिया को हैरानी में डाल दिया।
तालिबान ने कहा है कि उसने मुसलमानों के त्योहार ईद अल-अजहा के अवकाश के पहले दिन अफगानिस्तान के आठ प्रांतों में 80 कैदियों को रिहा किया है। अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच रविवार को दोहा में मुलाकात के दौरान ईद अल अजहा के अवकाश के दौरान अल्पकालिक युद्धविराम या कैदियों की रिहाई पर सहमति नहीं बन सकने के बाद आतंकवादी संगठन द्वारा कैदियों को रिहा करने की रिपोर्ट आयी है।
दोहा में तालिबान राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने बताया कि वे ‘शांतिपूर्ण समाधान’ की मांग कर रहे हैं और ‘अफगान समावेशी इस्लामी सरकार’ चाहते हैं। गौरतलब है कि अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों की वापसी के साथ ही इन दिनों तालिबान की ओर से हिंसा में तेजी देखी जा रही है। सेना की वापसी तालिबान और अमेरिका के बीच पिछले साल फरवरी में दोहा में हुए समझौते के बिंदुओं में से एक थी।
तालिबान ने कहा है कि उसने मुसलमानों के त्योहार ईद अल-अजहा के अवकाश के पहले दिन अफगानिस्तान के आठ प्रांतों में 80 कैदियों को रिहा किया है। अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच रविवार को दोहा में मुलाकात के दौरान ईद अल अजहा के अवकाश के दौरान अल्पकालिक युद्धविराम या कैदियों की रिहाई पर सहमति नहीं बन सकने के बाद आतंकवादी संगठन द्वारा कैदियों को रिहा करने की रिपोर्ट आयी है।
दोहा में तालिबान राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने बताया कि वे ‘शांतिपूर्ण समाधान’ की मांग कर रहे हैं और ‘अफगान समावेशी इस्लामी सरकार’ चाहते हैं। गौरतलब है कि अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों की वापसी के साथ ही इन दिनों तालिबान की ओर से हिंसा में तेजी देखी जा रही है। सेना की वापसी तालिबान और अमेरिका के बीच पिछले साल फरवरी में दोहा में हुए समझौते के बिंदुओं में से एक थी।