अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा है कि 11 सितंबर साफतौर पर आतंकवाद के निरंतर खतरे की याद दिलाता है और दुनिया को इस खतरे के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। उन्होंने आतंकवादी हमलों के पीड़ितों को यहां 9/11 के स्मारक पर श्रद्धांजलि दी।
संधू ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘‘आज न्यूयॉर्क में 9/11 स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। नृशंस हमलों के सभी निर्दोष पीड़ितों को याद किया। बीस वर्ष हो चुके हैं, 9/11 साफतौर पर याद दिलाता है कि आतंकवाद का खतरा निरंतर बना हुआ है। दुनिया को इस खतरे के खिलाफ एकजुट हो जाना चाहिए।’’
संधू, न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्यदूत रणधीर जायसवाल और भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों के साथ, 9/11 स्मारक पर गए और उन स्मारक कुंडों (मेमोरियल पूल) पर श्रद्धांजलि अर्पित की जहां पर कभी नॉर्थ और साउथ टॉवर (वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टॉवर) हुआ करते थे जिनसे अल-कायदा के आतंकवादियों ने अमेरिकन एयरलाइंस और यूनाइटेड एयरलाइंस के अपहृत विमानों को टकरा दिया था।
स्मारक कुंडों की कांस्य मुंडेर पर 2001 तथा 1993 के आतंकवादी हमलों में मारे गए 2,983 लोगों के नाम अंकित हैं। पीड़ितों की याद में यहां पर पुष्प और राष्ट्रीय ध्वज रखे गए।हमलों में मारे गए भारतीय लोगों के नामों के पास तिरंगा रखा गया। 11 सितंबर, 2001 को हुए इन हमलों में भारत समेत 90 से अधिक देशों के करीब तीन हजार लोग मारे गए थे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर 2014 में 9/11 स्मारक स्थल पर गए थे और आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।