इंडोनेशिया में आए भूकंप और उसके बाद आई सुनामी ने तबाही मचा दी है। सरकार ने मंगलवार को बताया कि सुलावेसी द्वीप पर आए भूकंप और उसके बाद उठी सुनामी में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 1,234 हो गई है। पहले यह संख्या 844 बताई गई थी। राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नगरोहो ने बताया, ‘मंगलवार दोपहर एक बजे तक 1,234 लोग मारे गए हैं।’
इस बीच मंगलवार को इंडोनेशियाई पुलिस ने बताया कि उन्होंने भूकंप और सुनामी प्रभावित सुलावेसी द्वीप पर लूटपाट करने वाले दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया है। यहां पर जीवित बचे लोगों ने पानी, खाना और अन्य वस्तुओं के लिए दुकानों में लूटपाट की है। उप राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख आरी डोनो सुकमांटो ने बताया, ‘पहले और दूसरे दिन कोई दुकान नहीं खुली. लोग भूखे थे. लोगों को सामान की सख्त जरूरत थी. यह एक समस्या नहीं है।’
बता दें इससे पहले शुक्रवार की शाम में आए भूकंप और सुनामी से मध्य सुलावेसी तबाह हो गया। समुद्र के किनारे स्थित शहर में आई सुनामी से यहां की सड़कें, इमारतें, पेड़-पौधे सब बह गए।
इंडोनेशिया की सेना बचाव कार्य में जुटी हुई है, लेकिन देश के राष्ट्रपति ने अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई है। यहां कई गैर-सरकारी संगठन कार्य में जुटे हुए हैं। यूनाइटेड नेशन्स ऑफिस फॉर द कॉर्डिनेशन ऑफ ह्यूमेनिटेरियन अफेयर्स ने सोमवार को आगाह किया कि करीब 191,000 लोगों को तत्काल मदद की जरूरत है, जिनमें से 46,000 बच्चे और 14,000 बूढ़े हैं। कई ऐसे क्षेत्र अब भी हैं जो सरकार के बचाव प्रयासों के केंद्र में नहीं हैं। मलबे में अब भी शवों के होने की आशंका है. प्रशासन के लिए यह चिंता का विषय है क्योंकि इंडोनेशिया की गर्म जलवायु में शव तेजी से सड़ने लगते हैं जिससे घातक बीमारियां फैल सकती है।
वहीं मंगलवार को भारतीय नौसेना ने दक्षिण-पूर्व एशिया में तैनात अपने तीन जहाजों को मानवीय सहायता के लिए सुनामी प्रभावित इंडोनेशिया के लिए रवाना कर दिया है। पिछले सप्ताह इंडोनेशिया में आये भीषण भूकंप के बाद आयी सुनामी में मारे जाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा था, ‘आपदा के बाद नौसेना ने आईएनएस तीर, आईएनएस सुजाता और आईएनएस सार्दुल को इंडोनेशिया रवाना कर दिया है. तीनों जहाज सुबह की पहली किरण के साथ अपनी यात्रा पर निकले।’
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार भारतीय नौसेना ने जानकारी दी कि जहाजों पर तीस हजार लीटर पीने का पानी, 1500 लीटर पैक्ड जूस, 500 लीटर दूध, 700 किलोग्राम बिस्कुट और 20 टेन्ट लोड है।