कोरोना वायरस के बाद अब एक और वायरस आगया है जिसने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है। दरअसल एक ऐसा वायरस सामने आया है जिसकी वजह से हज़ारों लोगों को क्वारंटाइन करना पड़ा है। इस वायरस ने WHO की नींद उड़ा दी है, दरअसल अब तक कि वायरस 9 लोगों की जान ले चुका है और इसके फैलने की दर कोरोना से भी तेज़ बतायी जा रही है।
अंतिम संस्कार में शामिल हुए लोगों को हुआ वायरस
मारबर्ग वायरस के संक्रमण की शुरुआत कुछ इसी तरह से हुई है की अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी में कुछ लोग एक अंतिम संस्कार में शामिल हुए और इसके कुछ दिन बाद इनमें से 9 लोगों में एक जैसी बीमारी के लक्षण दिखाई दिए और फिर इन लोगों की मौत हो गई। हालांकि, इक्वेटोरियल गिनी के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जिन दो गांवों के लोगों में ये संक्रमण पाया गया, फिलहाल वहां किसी के भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ताजा जानकारी के अनुसार, वो लोग भी क्वारंटाइन का पालन कर रहे हैं, जो संक्रमित लोगों से सीधे जुड़ाव में रहे हैं। फिलहाल 16 लोग संदिग्ध हैं और करीब 4 हजार 3 सौ लोगों को क्वारंटाइन किया गया है।
संक्रमित होने वाले लोगों में मृत्युदर है 88 प्रतिशत तक
मारबर्ग वायरस के बारे में सबसे अधिक डराने वाली बात ये है कि इससे संक्रमित होने वाले लोगों में मृत्युदर 88 प्रतिशत तक है। यानी 100 लोगों में से 88 लोगों की जान बच पाना लगभग असंभव होता है। मारबर्ग वायरस के संक्रमण और इसके लक्षणों के बारे में बात करते हुए काउंसिल ऑफ सायंटिफिक ऐंड इंडस्ट्रियल रिसर्च के इंस्टिट्यूट ऑफ जीनोमिक्स ऐंड इंटिग्रेटिव बायॉलजी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर जितेंद्र नारायण कहते हैं कि मारबर्ग उसी फिलोवीरिदा फैमिली का वायरस है, जिससे इबोला वायरस आता है और ये मुख्य रूप से चमगादड़ के जरिए फैलता है।
वायरस ने उड़ाई WHO की नींद
वायरस के संक्रमण का डर क्या होता है, ये कोरोना ने पूरी दुनिया को बता दिया. साल 2019 के अंतिम महीनों में शुरू होकर देखते ही देखते पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने वाले इस वायरस का डर और आफ्टर इफेक्ट्स अभी पूरी तरह खत्म भी नहीं हुए कि अफ्रीकी देशों में मारबर्ग वायरस ने कोहराम मचा दिया है। यूं तो ये वायरस कोई नया नहीं है और इसके संक्रमण की खबरें पहले भी आती रही हैं लेकिन इस बार जिस स्केल पर इसका संक्रमण फैल रहा है, उसने विश्व स्वास्थ्य संगठन की नींद उड़ा दी है। बहरहाल अब देखना ये होगा ये वायरस कबतक थमेगा ।