जिम्बाब्वे के पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे को मंगलवार को राज्यसभा में श्रद्धांजलि दी गई। 95 वर्षीय मुगाबे का छह सितंबर को निधन हो गया था। उनके निधन का जिक्र करते हुए सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि मुगाबे ने जिम्बाब्वे की आजादी की लड़ाई में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अपने आंदोलन के जरिये जिम्बाब्वे गणराज्य की स्वतंत्रता में अहम योगदान दिया।
मुगाबे ने 1980 में देश में हुए पहले चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी और 1987 तक जिम्बाब्वे के प्रधानमंत्री तथा 1987 से 2017 तक राष्ट्रपति रहे। नायडू ने निर्गुट आंदोलन के अध्यक्ष रहे मुगाबे को भारत का सच्चा मित्र बताते हुए कहा कि उन्होंने अपना जीवन अपने देश के लोगों की स्वतंत्रता और उनके सशक्तिकरण के लिए समर्पित किया था। मुगाबे के सम्मान में सदन में कुछ पलों का मौन भी रखा गया।