अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका भारत और चीन के बीच हाल ही में सीमा पर हुईं हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष के समाधान में सहायता करने के लिए तैयार है।
ट्रंप ने शनिवार शाम ऑकलैंड के तुलसा में एक रैली को संबोधित करने जाने के लिए विमान पर सवार होने से पहले संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “ यह बहुत विकट स्थिति है। हम भारत से बात कर रहे हैं। हम चीन से बात कर रहे हैं। उन लोगों की एक बड़ी समस्या है। वे लोग मारपीट पर उतार आए हैं। हम देखते हैं क्या कर सकते हैं। हम उनकी समस्या का समाधान कराना में मदद करने की कोशिश करेंगे।”
भारत और चीन के बीच बने हालात को लेकर ट्रंप से उनके आकलन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘वहां उनके बीच टकराव है। देखते हैं क्या होता है। हम उनकी मदद करने का प्रयास करेंगे।’’ बीते कुछ दिन से पूरा ट्रंप प्रशासन पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय क्षेत्र में चीन की सेना की अवैध घुसपैठ के मामले में भारत के पक्ष में खड़ा नजर आया है।
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अमेरिकी खुफिया सूत्रों के मुताबिक इस झड़प के दौरान भारतीय जवानों ने चीन के 35 से अधिक सैनिकों को मार दिया।अमेरिका ने चीन पर भारत समेत अन्य पड़ोसियों के साथ सीमा पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि चीन वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से लड़ रहे इन देशों के वर्तमान हालात का फायदा उठाना चाहता है।
उल्लेखीय है कि पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में गत सोमवार को हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गये थे। चीन ने इस संघर्ष में मारे गये अपने सैनिकों का आंकड़ा जारी नहीं किया है।