तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से वादा किया है कि तुर्की की सेना देश की सीमा पर स्थित कुर्दिश क्षेत्र कोबानी में प्रवेश नहीं करेगी। अमेरिका के एक सीनेटर ने यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, सीनेट में ट्रंप के प्रमुख समर्थकों में से एक सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने ट्विटर पर कहा, कल राष्ट्रपति एर्दोगन और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच फोन पर हुई बातचीत के दौरान मैं भी था, जिसमें राष्ट्रपति ट्रंप से तुर्की के राष्ट्रपति ने सीरिया में और हिंसा नहीं करने के लिए कोबानी से दूर रहने का वादा किया।
रिपब्लिकन सीनेटर ने कहा, तुर्की अगर आगे बढ़ना जारी रखता है और कोबानी के आसपास के कुर्दिश क्षेत्र पर चढ़ाई करता है तो मैं इसे राष्ट्रपति एर्दोगन की वादा खिलाफी और तनाव बढ़ाने की गंभीर घटना मानूंगा। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि अगर कोबानी में या उसके आसपास कोई अत्याचार होता है तो कांग्रेस और प्रशासन इसके लिए व्यक्तिगत रूप से एर्दोगन को जिम्मेदार ठहराएंगे।
उन्होंने कहा, तुर्की को मेरी सलाह है कि वह अमेरिका और तुर्की के बीच रिश्ते पूरी तरह समाप्त होने से पहले रुक जाए। ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की थी कि अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो संघर्षविराम का समझौता करने के लिए अगले 24 घंटों में अंकारा जाएंगे।
अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हालांकि यह जानकारी देने से इंकार कर दिया कि क्या पेंस एर्दोगन से मुलाकात करेंगे या नहीं। उन्होंने कहा कि यह दौरा संघर्षविराम की बात करने के लिए और तुर्की सरकार को यह दिखाने के लिए है कि उत्तरी सीरिया में उसकी कार्रवाई से अमेरिका नाखुश है।