रूस और यूक्रेन के बीच आज युद्ध का तीसरा दिन है और रूसी सेना लगातार यूक्रेन की राजधानी कीव सहित कई इलाकों में हमला कर रही है। युद्ध को रोकने के लिए रूस के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में निंदा प्रस्ताव लाया गया। हालांकि यह प्रस्ताव पास नहीं हो सका क्योंकि रूस ने इस पर वीटो का इस्तेमाल कर इसे रोक दिया। यूएनएससी की बैठक में कई देशों ने रूस की निंदा की और यूक्रेन में हमले रोकने और सेना को वापस बुलाने की मांग की।
चीन और यूएई ने भी नहीं लिया हिस्सा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 15 देश शामिल है जिनमे से 11 देशों ने रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। प्रस्ताव को संयुक्त राज्य और अल्बानिया द्वारा संयुक्त रूप से लिखा गया था। यूएनएससी की इस बैठक में भारत, चीन और यूएई ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया। बैठक में अमेरिकी राजदूत ने मतदान के बाद कहा, मैं एक बात स्पष्ट कर दूं। रूस इस प्रस्ताव को वीटो कर सकता है, लेकिन हमारी आवाज को वीटो नहीं कर सकता है।
यूरोपीय संघ ने जब्त की रूसी राष्ट्रपति की शक्ति
यूक्रेन में रूसी हमले के खिलाफ ईयू (यूरोपीय संघ ) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की संपत्तियों को जब्त करने तथा अन्य प्रतिबंध लगाने पर सहमति जताई है। लातविया के विदेश मंत्री ने यह जानकारी दी। पुतिन और लावरोव की संपत्तियों को जब्त करने के निर्णय का अर्थ है कि पश्चिमी देश यूक्रेन पर रूस के हमले और यूरोप में एक बड़े युद्ध को रोकने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाने की ओर बढ़ रहे हैं।