रूस के यूक्रेन पर आक्रमण की आशंकाओं के बीच भारतीय नागरिकों को वहां से लाने के लिए बृहस्पतिवार को रवाना हुआ एअर इंडिया का विमान वापस दिल्ली लौट रहा है।
वापस बुलाया गया भारतीयों को लेने गया एयर इंडिया का विमान
दिल्ली से विमान के रवाना होने के बाद यूक्रेन के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार सुबह देश का हवाई क्षेत्र असैन्य विमान परिचालन के लिए बंद करने की घोषणा की थी। यूक्रेन ने अधिकारियों ने एक एनओटीएएम (नोटिस टू एयरमेन)जारी किया।अधिकारियों ने बताया कि एअर इंडिया और केन्द्र सरकार ने इसके बाद विमान को वापस दिल्ली बुलाने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि इसके बाद विमान ने दिल्ली वापसी के लिए ईरान के हवाई क्षेत्र को चुना।
युद्ध के एलान के बाद यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद
एयर लाइन के प्रवक्ता ने बताया कि एअर इंडिया उड़ान संख्या 1947 वापस आ रही है क्योंकि कीव ने एनओटीएएम जारी कर दिया है। विमान ने सुबह साढ़े सात बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कीव के लिए उड़ान भरी थी। इसबीच कीव से उड़ान भरकर यूक्रेन इंटरनेशनल एयर लाइंस का एक विमान सुबह 7.45 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा। एसटीआईसी ग्रुप के निदेशक अनुज ने बताया,‘‘ विमान में 182 भारतीय नागरिक हैं और उनमें से अधिकतर छात्र हैं…।’’
पुतिन के युद्ध के एलान के बाद धमाकों से गूंजा यूक्रेन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में संघर्ष प्रभावित डोनबास क्षेत्र में एक ‘विशेष सैन्य अभियान’ को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद यूक्रेन के सबसे बड़े हवाई अड्डे बॉरिस्पिल और पूर्वी व दक्षिणी क्षेत्रों में कई सैन्य प्रतिष्ठान धमाकों की गूंज से दहल उठे हैं। यूक्रेन की समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मीडिया आउटलेट्स का हवाला देते हुए कहा कि यूक्रेनी इंफ्रास्ट्रक्चर मंत्रालय बॉरिस्पिल से यात्रियों और कर्मचारियों को निकाल रहा है।
यूक्रेनी क्षेत्रों पर कब्जा करने की कोई योजना नहीं – पुतिन
मीडिया रिपोटरें में कहा गया है कि पूर्वी यूक्रेन के खार्किव शहर में रूसी सीमा के पास, पूर्वी यूक्रेन में फ्रंटलाइन में क्रामाटोरस्क शहर में, कीव के पास वासिलकिव शहर में, मध्य यूक्रेन के नीप्रो शहर में और साथ ही दक्षिणी बंदरगाह शहर ओडेसा में भी हमले हुए।
पुतिन ने गुरुवार की सुबह एक टेलीविजन संबोधन में कहा कि डोनेट्स्क और लुहान्स्क के डोनबास गणराज्य के प्रमुखों के अनुरोध के जवाब में, उन्होंने उन लोगों की रक्षा के लिए एक विशेष सैन्य अभियान चलाने का फैसला किया है जो ‘आठ साल से यूक्रेनी शासन के दुर्व्यवहार और नरसंहार से पीड़ित हैं। रूसी नेता ने दोहराया कि मास्को की ‘यूक्रेनी क्षेत्रों पर कब्जा करने की कोई योजना नहीं है।’