भारत में शुक्रवार को सात साल बाद निर्भया रेप केस और हत्या मामले में दोषियों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। जिसके बाद कोर्ट के इस फैसले का जहां देश में हर किसी ने स्वागत किया। वहीं संयुक्त राष्ट्र ने सभी देशों से मौत की सजा के इस्तेमाल को रोकने या इस पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है।
निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड के चार दोषियों को भारत में फांसी दिए जाने के एक दिन बाद यह अपील की गई है। सनसनीखेज सामूहिक बलात्कार और हत्याकांड के चार दोषियों – मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को नयी दिल्ली की तिहाड़ जेल में शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे फांसी दे दी गई थी।
विश्व में कोरोना का कहर जारी : वायरस की चपेट में 150 से अधिक देश, 8,165 लोगों की मौत , 200,362 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित
फांसी पर प्रतिक्रिया देते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि वैश्विक संगठन सभी देशों से मौत की सजा का इस्तेमाल बंद करने या इस पर प्रतिबंध लगाने की अपील करता है। दुजारिक ने नियमित संवाददाता सम्मेलन के दौरान शुक्रवार को कहा, “ हमारा रुख स्पष्ट है कि हम सभी राष्ट्रों से मौत की सजा का इस्तेमाल बंद करने या इस पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान करते हैं।”
देश को हिला देने वाले 16 दिसंबर, 2012 के वीभत्स सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड ने देश भर में आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया था। यह पहली बार था जब चार लोगों को दक्षिण एशिया के सबसे बड़े जेल परिसर, तिहाड़ जेल में एक साथ फांसी पर लटकाया गया।