आज मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में जी-20 के अंतर्गत थिंक-20 की दो दिवसीय बैठक आयोजित की गई है। यह कार्यक्रम स्थानीय कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगा। इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शिरकत करेंगे। बैठक में ‘पर्यावरण सम्मत जीवन शैली-नैतिक मूल्य तथा सुमंगलमय युक्त वैश्विक सुशासन’ विषय पर देश और विदेश से आए प्रतिनिधि और विषय-विशेषज्ञ विचार-मंथन करेंगे।
कौन- कौन इस कार्यक्रम में होंगे शमिल?
दो दिवसीय इस बैठक के समापन समारोह में कल राज्यपाल मंगुभाई पटेल भी उपस्थित होंगे। बैठक में लगभग 300 प्रतिनिधि शामिल हो रहे है, जिनमें से 94 विदेशी हैं। ये 94 प्रतिनिधि 14 देशों के हैं। शेष प्रतिनिधि देश के विभिन्न राज्यों के हैं। दो दिन तक विचार मंथन के बाद जो भी निष्कर्ष निकलेंगे, उसे भोपाल डिक्लरेशन‘’नाम दिया जाएगा। बैठक में 5 प्लेनरी और 10 पेरेलल सेशन होंगे। जी20 या ग्रुप ऑफ टवेंटी एक अंतर-सरकारी मंच है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। यह समूह वैश्विक अर्थ-व्यवस्था से संबंधित प्रमुख मुद्दों, जैसे अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता, जलवायु परिवर्तन शमन और सतत विकास जैसे मुद्दों पर काम करता है।
कौन -कौन सी प्रजातियों के लगाए जाएगे पौधे?
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ आज जी-20 के अंतर्गत थिंक-20 विचार सत्र में भोपाल आए विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए। पौधरोपण में नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी और मध्यप्रदेश नीति आयोग के प्रोफेसर सचिन भी मौजूद रहे।
किन अहम मुद्दों पर होगी बात?
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज की बैठक अत्यंत महत्वपूर्ण है। दुनियाभर के चिंतक और बुद्धिजीवी मध्यप्रदेश आए हैं। भोपाल‘कैपिटल ऑफ इंटेलेक्चुअल’हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे प्रतिदिन पौधे लगाते हैं। मध्यप्रदेश में अंकुर पोर्टल बनाया गया है, जो नागरिकों के विवाह की वर्षगांठ और जन्म वर्षगांठ पर पौधे लगाने के लिए माध्यम है। अंकुर पोर्टल के माध्यम से लोग जुड़ते जा रहे हैं, अब इनकी संख्या 37 लाख से अधिक हो गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी‘वन अर्थ, वन फैमिली एंड वन फ्यूचर’के सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं। आज ये उद्यान ग्लोबल गार्डन हो गया है। इस अवसर पर नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री बेरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।