अफगानिस्तान में चल रहे मानवीय संकट के बीच महिलाओं और बच्चों की मदद करने के लिए यूनिसेफ ने घोषणा की है कि, हमने देश में चल रहे मानवीय संकट में बच्चों और महिलाओं के लिए मोबाइल स्वास्थ्य टीमों को तैनात किया है। खामा प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को अपनी घोषणा में संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा कि, टीमें देश भर में उन महिलाओं और बच्चों के समक्ष यात्रा करेंगी जो स्वास्थ्य सेवाओं तक नहीं पहुंच सकते हैं। यूनिसेफ के अनुसार, टीमें तत्काल पोषण पैकेज से लैस हैं और अफगानिस्तान में कुपोषित बच्चों को सेवाएं प्रदान करेंगी।
एक साल में भयावह हो गई है स्थिति : यूएन
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने अफगानिस्तान के बारे में कहा कि, पिछले एक साल में स्थिति और भी भयावह हो गई है। आवश्यक सेवाएं ध्वस्त होने की कगार पर हैं, जिससे पहले से ही कमजोर आबादी की जरूरतें बढ़ रही हैं। यूनिसेफ के अनुसार, 12.9 मिलियन बच्चों सहित आधी से अधिक आबादी को सहायता की आवश्यकता है। जैसे-जैसे मानवीय स्थिति बिगड़ती जा रही है, जानलेवा बीमारियों का प्रकोप बच्चों की जान जोखिम में डाल रहा है। 2021 में अब तक बच्चों में खसरे के हजारों मामले सामने आए हैं, साथ ही तीव्र पानी वाले दस्त, मलेरिया और डेंगू बुखार का प्रकोप भी है।