वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते हुए संक्रमण से जूझ रहे ईरान ने कहा है कि वह खाड़ी क्षेत्र में पैदा हुए तनाव के मद्देनजर अमेरिका के साथ किसी प्रकार का कोई संघर्ष नहीं चाहता है। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शनिवार को कतर के शेख हमद अल थानी को फोन कर वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के दौरान यह बात कही। ईरान के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से एक वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी गई।
दुनियाभर में कोरोना वायरस के संकट के बीच अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और बढ़ गया जब गत सप्ताह ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स नौसैनिक बलों (आईआरजीसीएन) के 11 जहाजों ने फारस की खाड़ में अमेरिकी युद्धपोतों के आस-पास अपनी गतिविधियां बढ़ा दी थी। रूहानी ने कहा कि ईरान खाड़ा क्षेत्र में अमेरिकी गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए है, लेकिन वह ऐसी कोई गतिविधि नहीं करेगा जिससे क्षेत्र में तनाव पैदा हो।
इस सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नौसेना को अमेरिकी युद्धपोतों के नजदीक पहुंचने वाली किसी भी ईरानी नौका को नष्ट करने के निर्देश दिए थे। इसके जवाब में ईरान की सेना ने कहा था कि खाड़ क्षेत्र में उसके लिए खतरा पैदा करने वाले अमेरिकी युद्धपोत को वह उड़ा देगी। ईरान के विदेश मंत्री ने कहा है कि खाड़ी क्षेत्र से अमेरिकी सेना का कोई लेना-देना नहीं है बावजूद इसके वह इसमें हस्तक्षेप करती है। गौरतलब है कि अमेरिका और ईरान दोनों ही देश दुनिया के कई अन्य देशों की तरह इस समय कोविड-19 महामारी जैसी गंभीर चुनौती का सामना कर रहे हैं।