संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंध और कड़े करने के संबंध में अमेरिका की ओर से तैयार प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इसमें निर्यात पर भी रोक शामिल है जिसका लक्ष्य प्योंगयांग को एक अरब डॉलर के वार्षिक राजस्व से वंचित करना है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यभार संभालने के बाद से उत्तर कोरिया के खिलाफ उठाया गया यह पहला इस तरह का कदम है और इसने अपने सहयोगी को दंडित करने की चीन की इच्छा को रेखांकित किया है।
‘अमेरिकी प्रतिबंधों से परमाणु महत्वाकांक्षा मजबूत होगी’
उत्तर कोरिया ने कहा है कि इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिका द्वारा उस पर लगाए गए एकतरफा प्रतिबंध केवल प्योंगयांग की परमाणु हथियारों के संकल्प को और मजबूत ही करते हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में उत्तर कोरिया के ताजा अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल परीक्षण की प्रतिक्रिया स्वरूप अमेरिका ने उस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं।
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार देर रात कहा, ”अमेरिका के प्रतिबंध अन्य देशों भले ही प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन उत्तर कोरिया को कभी नहीं।”
प्रवक्ता ने बताया, ”उत्तर कोरिया पर युद्ध और अत्यधिक प्रतिबंध लगाने की अमेरिका की धमकी केवल उसकी सतर्कता और सहनशक्ति को बढ़ाएगी और उसकी परमाणु हथियारों तक पहुंच के औचित्य को जायज ठहराएगी।”