इतिहास में पहली बार एक प्रतिष्ठित सिख अभियोजक को अमेरिकी राज्य न्यूजर्सी का अगला अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया है। अगर अगले साल की शुरुआत में डेमोक्रेटिक पार्टी के निर्वाचित गर्वनर फिल मर्फी गुरबीर एस. ग्रेवाल के नियुक्ति को मंजूरी दे देते हैं तो वह कमला हैरिस के बाद अमेरिका में शीर्ष सरकारी कानून प्रवर्तन पद पर काबिज होने वाले दूसरे भारतीय मूल के अमेरिकी होंगे।
कमला हैरिस अमेरिकी सीनेट के लिए निर्वाचित होने से पहले कैलिफोर्निया में इस पद पर थीं। न्यूजर्सी की राजधानी ट्रेंटन में मंगलवार को नियुक्ति की घोषणा करते हुए मर्फी ने कहा, 'राष्ट्रपति द्वारा हम सब पर किए गए अनुग्रह के संबंध में, हमें हमारे सहयोगी राज्यों में न्यूजर्सी के सभी निवासियों की सुरक्षा के लिए एक निडर अटॉर्नी जनरल की जरूरत है।' ग्रेवाल (44) बर्गन काउंटी के अभियोजक हैं।
पिछले महीने न्यूजर्सी स्टेट सीनेट के लिए चुने जाने वाले पहले भारतवंशी विन गोपाल ने कहा कि ग्रेवाल ऐसे शख्स हैं, जो 'न सिर्फ बेहद योग्य हैं, बल्कि पद के संदर्भ में एक दृष्टिकोण भी कायम करेंगे, जो विविधतापूर्ण है।' मर्फी की घोषणा के बाद ग्रेवाल ने कहा, 'जिस देश ने हमें और अन्य प्रवासी परिवारों को इतना कुछ दिया है, मैं उसे कुछ वापस देना चाहता हूं।' ग्रेवाल की नियुक्ति का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय सिख अभियान के सह संस्थापक राजवंत सिंह ने कहा, 'ये ऐसे रोल मॉडल हैं, जिनके लिए हमारे युवाओं को एक सिख और एक अमेरिकी होने पर गर्व महसूस करने की जरूरत है।'ग्रेवाल न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी में सहायक संघीय अभियोजक के रूप में भी काम कर चुके हैं, जहां वह आर्थिक अपराध इकाई के प्रमुख थे।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ