दुनिया के तीन शक्तिशाली देशों का एक सुरक्षा समूह अब अपने एजेंडे पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने घोषणा की है कि वे हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित करने में सहयोग करेंगे। त्रिपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा करने के बाद मंगलवार को जारी एक संयुक्त बयान में अमेरिक के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा, हाइपरसोनिक्स और काउंटर-हाइपरसोनिक्स और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताओं पर नया त्रिपक्षीय सहयोग शुरू करने के साथ-साथ सूचना साझाकरण का विस्तार करने और रक्षा नवाचार पर सहयोग को बढ़ावा देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
तीनों देश इन क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए एक साथ करेंगे काम
एक रिपोर्ट के अनुसार, तीन देशों के नेताओं ने सितंबर 2021 में एयूकेयूएस के नाम से एक सुरक्षा गठबंधन बनाया है। उन्होंने कहा कि यह सहयोग नए क्षेत्र साइबर क्षमताओं, आíटफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम प्रौद्योगिकियों और जल संबंधी क्षमताओं को मजबूत करेगा। एयूकेयूएस बनने के साथ ही अमेरिका और ब्रिटेन ने ऑस्ट्रेलिया को परमाणु-संचालित पनडुब्बियां देने का वादा किया, तो फ्रांस ने इसे ‘पीठ में एक छुरा घोपना’ कहा, क्योंकि कैनबरा ने पेरिस के साथ एक पनडुब्बी सौदे को बिना किसी सूचना के अचानक छोड़ दिया।
यह दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र को अस्थिर कर देगा
इसके अलावा एयूकेयूएस ने महान शक्तियों के बीच हथियारों की दौड़ के बारे में डर भी पैदा किया, जो दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र को अस्थिर कर देगा। गठबंधन की स्थापना के तुरंत बाद, इंडोनेशिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह क्षेत्र में जारी हथियारों की दौड़ और शक्ति परीक्षण के बारे में चिंतित थे। मलेशिया के प्रधानमंत्री इस्माइल साबरी याकूब ने कहा कि परमाणु संचालित पनडुब्बी परियोजना इस क्षेत्र में और ज्यादा कार्रवाई करने के लिए अन्य देशों को उकसा सकती है।