विश्व का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में नवंबर में मध्यावधि चुनाव होने वाले हैं। जिसके चलते यूएसए के राष्ट्रपति जो बाइडन ने तीखा प्रहार करते हुए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधते हुए स्पष्ट किया कि ट्रंप और इनके इशारे पर काम करने वाले समर्थक शक्तिशाली लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। यह देश को एक अंधकार में डाल सकता हैं।
आज समानता और लोकतंत्र खतरे में है- जो बाइडेन
बाइडन ने अमेरिकियों से उन ‘चरमपंथियों’ का सामना करने का आह्वान किया, जो सत्ता की चाह में राजनीतिक हिंसा की लपटों को हवा देते हैं। अमेरिका में मध्यावधि चुनाव नवंबर में होने हैं।बृहस्पतिवार को फिलाडेल्फिया में अपने संबोधन में बाइडन ने कहा, ‘‘आज समानता और लोकतंत्र खतरे में है।’’अपने पूर्ववर्ती पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देश में आज बहुत कुछ ऐसा हा रहा है, जो सामान्य नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप और उनके ‘एमएजीए’ (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) अभियान से जुड़े रिपब्लिकन अतिवाद का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा वे हमारे लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।’’अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘एमएजीए से जुड़ी ताकतें देश को पीछे ले जाने पर उतारू हैं। उनकी मंशा अमेरिका को उस जगह पर पहुंचाना है, जहां चुनाव का अधिकार, गोपनीयता का अधिकार, गर्भपात का अधिकार, जिससे पसंद करते हैं उससे शादी करने का अधिकार न मौजूद हो। वे राजनीतिक हिंसा को बढ़ावा देते हैं।’’
राजनीतिक हिंसा में शामिल होने की इच्छा लोकतंत्र के लिए घातक- बाइडेन
अमेरिकी लोकतंत्र के उद्गम स्थल ‘इंडिपेंडेंस हॉल’ के सामने खड़े होकर बाइडन ने उनके ‘सोल ऑफ द नेशन’ भाषण को सुनने पहुंचे सैकड़ों लोगों से कहा कि समानता और लोकतंत्र पर लगातार हमले हो रहे हैं।उन्होंने कहा, “इतिहास गवाह है कि किसी एक नेता के प्रति अंध निष्ठा और राजनीतिक हिंसा में शामिल होने की इच्छा लोकतंत्र के लिए घातक है।”बाइडन ने कहा कि हर रिपब्लिकन एमएजीए रिपब्लिकन नहीं होता और न ही वह उनकी कट्टर विचारधारा का समर्थन करता है।एमएजीए रिपब्लिकन पर संविधान का सम्मान न करने का आरोप लगाते हुए बाइडन ने उन्हें ‘विद्रोही और चुनावी नतीजों को नकारने वाला’ बताया, जो ‘गुस्से को गले लगाते हैं और अराजकता के बलबूते फलते-फूलते हैं।’उन्होंने कहा कि एमएजीए रिपब्लिकन ‘हमारे लोकतंत्र के लिए एक स्पष्ट खतरा’ हैं, जो सच्चाई के प्रकाश में नहीं, बल्कि झूठ के साये में रहते हैं।बाइडन ने कहा कि अमेरिकी अब भी ईमानदारी, शालीनता और दूसरों के प्रति सम्मान में विश्वास करते हैं।उन्होंने कहा, “देशभक्ति, स्वतंत्रता, सभी के लिए न्याय, आशा, संभावनाएं, हम सभी के मूल में अब भी एक लोकतंत्र है।”