राजस्थान में नवीन शिक्षा सत्र में राज्य में विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकों में शहीदों की शौर्य गाथाएं भी पढ़ने को मिलेगी। आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पाठ्यपुस्तको में देश के लिए शहीद होने वाले वीरों की प्रेरणास्पद शौर्य गाथाओं को सम्मिलित किए जाने का निर्णय किया गया है।
श्री डोटासरा ने हाल ही में कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए राजस्थान के पांच शहीदों की शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए यह घोषणा की थी। बाद में उन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पाठ्यक्रम निर्धारण समिति को इस संबंध में प्रस्ताव भी भिजवाया था, जिसे स्वीकार करते हुए शहीदों की गौरव गाथाओं के लेखन का कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है।
श्री डोटासरा ने बताया कि शहीदों की जीवनियों से विद्यार्थियों को प्रेरणा देने और उन्हें देशभक्ति से ओत-प्रोत करने के लिए पाठ्यपुस्तको में उनसे जुड़ किस्से-कहानियों को खासतौर से सम्मिलित किए जाने के लिये पाठ्यपुस्तक निर्धारण समितियों को प्रस्ताव दिए थे, जिन्हें स्वीकार करके कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का प्रयास है कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान किये जाने के साथ ही उनके व्यक्तित्व का भी सर्वांगीण विकास हो।