कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में अपना प्रकोप दिखा चुका है। इस महामारी ने विश्व में लाखों लोगों की जान ले ली। वायरस के दुनियाभर में फैलने की सच्चाई और उसकी उत्पत्ति का रहस्य जाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के 10 विशेषज्ञ अपनी जांच शुरू करने के क्रम में वुहान शहर पहुंच चुके हैं।
डब्लूएचओ की टीम वुहान पहुंचकर इस बात की जांच करेगी कि कोरोना वायरस का संक्रमण की शुरुआत चीन से हुई थी या नहीं। डब्लूएचओ की टीम का चीन पहुंचते ही ये शंका भी समाप्त हो गई कि चीन एक्सपर्ट टीम को वुहान जाने की इजाजत देगा या नहीं। कोरोना वायरस की वुहान में उत्पत्ति को लेकर व्यापक विचारों पर सवाल उठाने वाले बीजिंग ने 10 सदस्यीय विशेषज्ञों के दल को वुहान जाने की इजाजत देने से बचता रहा है।
चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के उप प्रमुख जेंग यिशिन ने 9 जनवरी को मीडिया से कहा था कि वुहान में टीम के आने के वक्त पर अभी विचार किया जा रहा है। जेंग ने बताया कि चीन और डब्ल्यूएचओ के बीच चार वीडियो कॉन्फ्रेंस में जांच के विशेष बंदोबस्त को लेकर सहमति बनी है। जांच करने आ रहे दल के साथ चीन के विशेषज्ञ भी वुहान जाएंगे।
इससे पहले डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेडरोस अधानोम गेब्रेयेसस ने विशेषज्ञों के दल को आवश्यक अनुमतियां नहीं देने पर बीजिंग की आलोचना की थी। चीन की सरकारी समाचार चैनल सीजीटीएन ने चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के हवाले से कहा था कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञ 14 जनवरी को चीन का दौरा करेंगे। वे वुहान जाएंगे, जहां 2019 के दिसंबर में इस संक्रमण के मामले सबसे पहले सामने आए थे।