भारत में जानलेवा कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के 11 महीने बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) वी.जी. सोमानी ने रविवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन और भारत बायोटेक के ‘कोवैक्सीन’ को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत के इस फैसले का केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन (सीडीएससीओ) के फैसले का आज स्वागत किया। स्वास्थ्य संगठन में दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने आज कहा कि भारत में कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी देने का फैसला स्वागत योग्य है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र में कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को सबसे पहले मंजूरी भारत में दी गयी है। भारत का यह निर्णय इस क्षेत्र में कोरोना के खिलाफ जंग को मजबूती देगा। डॉ खेत्रपाल ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर लक्षित आबादी समूह के टीकाकरण के साथ अन्य जन स्वास्थ्य उपायों के लागू करने तथा सामुदायिक भागीदारी से कोरोना के प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी।