पाकिस्तान की आर्थिक स्थिती पहले से ही बहुत खराब है आलम ये है कि खाने पीने की चीजें भी लोगों को नसीब नहीं हो रही है एसे में शहबाज को इस स्थिती से निपटना चाहिए तो वो इसका उल्टा कर रहे है। वो पूर्व पीएम इमरान की गिरफ्तारी के लिए पूरी ताकत लगा रहे है। हालांकि इमरान को गिरफ्तार कर लिया गया और अब उनको लेकर कोर्ट में सुनवाई होनी है।
9 मई को हुई थी गिरफ्तारी
इमरान को 9 मई को पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी के तरीके से हड़कंप मच गया। अर्धसैनिक बल रावलपिंडी हाईकोर्ट में घुस गए और उन्हें एक वैन में बांध दिया। इसके बाद राष्ट्रव्यापी हिंसा फैल गई। क्योंकि उनके समर्थकों ने पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया।
समर्थकों ने गुस्से में आकर किया हमला
उन्होंने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय पर हमला किया, सैन्य स्मारकों को नष्ट कर दिया, और वरिष्ठ जनरलों के घरों में आग लगा दी। यह पाकिस्तानी सेना की चिंता को बढ़ाने वाला था। विरोध का आंदोलन सबसे घनी आबादी वाले पंजाब प्रांत में था।जोकि सेना की बड़ी भर्ती और देश की राजनीतिक शक्ति का केंद्र है।
गिरफ्तारी के बाद इमरान खान ने हत्या की जताई थी आशंका
पिछले अप्रैल में प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान ने शक्तिशाली सेना को खुली चुनौती दी थी।पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख खान ने 3 मई को लाहौर हाईकोर्ट को बताया कि उनकी जिंदगी खतरे में है। इस तरह से बार-बार अदालत में पेश होने से उन्हें खतरा हो सकता है। उन्हें पिछले नवंबर में पैर में गोली भी मार दी गई थी जब वो इस्लामाबाद में एक मार्च का नेतृत्व कर रहे थे। इसके अलावा इमरान खान ने दो बार और हत्या के प्रयासों का दावा किया है।