अफगानिस्तान में तालिबान के द्वारा क्रूर शासन लागू होने के बाद से महिलाओं के अधिकारों से वंचित रखा गया । तालिबानों ने महिलाओं को शिक्षा से लेकर विवाह करने के संबंध में कठोर नियम लागू कर रखे है। एक ऐसा ही मामला सामने आया जब सरकार महिलाओं के लिए एक फरमान जारी कर दिया तो खौंफ में महिला ने आत्महत्या ही कर डाली। बताया जा रहा कि यह मामला घोर प्रांत का है। बीतें शुक्रवार को महिला प्रेंम के संबंध में जब विवाहित पुरूष के साथ घर से भागने की योजना बना रही थी। तो ऐसे में तालिबान सरकार ने महिला पर पथराव करने की योजना बनाई थी। जिसके चलते महिला सार्वजनिक अपमान से बचने के लिए खुदखुशी कर ली और महिला जिसके साथ भागने वाली थी उसने भी गुरूरवार को फांसी लगा ली।
प्रेमी महिलाओ के लिए तालिबान सरकार का फरमान
अफगानिस्तान में बीतें कुछ महीनों से महिलाओं की भाग कर शादी करने की खबर ज्यादा चर्चा में थी । इसी को लेकर तालिबान सरकार ने एक ऐसी कठोर नीति बनाई जो भी महिला भागने का कोशिश करेगी तो उसे सार्वजिनक स्थान पर पत्थर मार-मार कर सजा दी जाएगी। ऐसा करने से महिला भागने जैसे कठोर निर्णय ना उठाए पाए।
UNAMA रिपोर्ट के मुताबिक…
अफगानिस्तान मे तालिबान सरकार का खौफ इतना बढ़ता चला गया कि देश में काम कर रही महिला मीडिया कर्मी ने अपनी नौकरी छोड़ दी है आपकों बता दें कि तकरीबन 80 प्रतिशत महिला ने यह निर्णय लिया था। इतना ही नहीं अन्य क्षेत्रों में काम रही महिलाएं जैंसे स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक अधिकारों के लिए इतने समय से काफी संघर्ष कर रही थी, उन्होंने भी तालिबान सरकार के डर से अपनी नौकरी छोड़ने का निर्णय ले लिया और घर तक ही सिमट कर बैठ गई। इसी को लेकर सुयक्त राष्ट्र मिश्न ने अपनी एक रिपोर्ट को साझा किया थी जिसमें यह बताया गया था कि जब अफगानिस्तान में तालिबान ने कब्जा किया तो मानवधिकारों की स्थिति की फिर एक बार तैयार की गई थी।