भारत में भगोड़ा घोषित हो चुके संकटग्रस्त भारतीय उद्योगपति विजय माल्या को भारत लाने के लिए लंदन की एक अदालत में सुनवाई शुरू होगी। इस सुनवाई के लिए वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में उपस्थित रहेंगे। सुनवाई के दौरान सीबीआई के अधिकारियों का दल वहां मौजूद रहेगा। भारत में धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहे माल्या इस समय लंदन में जमानत पर चल रहे हैं।
माल्या विभिन्न बैंकों के करीब 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में भारत में वांछित हैं। फिलहाल माल्या की बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस पर कई बैंकों का 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है। लेकिन अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों का खंडन करते हुए माल्या कह चुके हैं कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) के जरिए भारत अगले हफ्ते ब्रिटेन की अदालत को इस बारे में सूचित करेगा।
माल्या का बचाव बैरिस्टर क्लेयर मोंटगोमरी की टीम कर रही हैं जिन्हें आपराधिक व धोखाधड़ी के मामलों का विशेषज्ञ कहा जाता है। सुनवाई 14 दिसंबर तक चलेगी जिसमें 6 व 8 दिसंबर को छुट्टी रहेगी। सोमवार को मामले की सुनवाई शुरुआती दलीलों के साथ शुरू होगी तथा विमानन क्षेत्र के विशेषज्ञ डॉ. बी हम्फ्रेज की गवाही होगी।
माल्या की तरफ से गवाहों में फोर्स इंडिया फार्मूला वन रेसिंग टीम की मुख्य एकाउंटेंट मार्गरेट स्वीनी, भारतीय विधि प्रणाली के विशेषज्ञ प्रोफेसर लाउ और चिकित्सक और स्कॉटलैंड जेल व्यवस्था के पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ. एलन मिशेल शामिल होंगे। अक्टूबर में सट्टेबाज संजीव चावला के प्रत्यर्पण मामले में डॉ. मिशेल की गवाही का बहुत प्रभाव पड़ा था। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने जेल में मानवाधिकार उल्लंघन के आधार पर चावला के प्रत्यर्पण को रद्द कर दिया गया था।
भारत की ओर से पेश क्राउन प्रोसीक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने कोर्ट को प्रत्यर्पण के बाद माल्या की सुरक्षा को लेकर भारतीय अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किए जाने की जानकारी दी। एक अधिकारी के मुताबिक, अदालत को बताया जाएगा कि भारत में कैदियों की स्थिति दुनिया के दूसरे देशो की तरह ही है। माल्या के वकील ने कहा था कि फरार कारोबारी का भारत में प्रत्यर्पण किया जाता है तो हो सकता है उनकी जान को खतरा हो ।
ब्रिटेन में माल्या के प्रर्त्यपण मामले की सुनवाई के दौरान केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) की टीम मौजूद रहेगी। सूत्रों के अनुसार विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के नेतृत्व में यह टीम रविवार को लंदन रवाना हो गई।
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