सोल : उत्तर कोरिया की कई मिसाइलों को राजधानी प्योंगयांग के रॉकेट फेसिलटी से मूव किया गया है। दक्षिण कोरिया के कोरियन ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम (केबीएस) ने अटकलों के बीच शुक्रवार रात को सूचना दी थी कि उत्तर कोरिया अधिक उत्तेजक कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
केबीएस की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि दक्षिण कोरिया और यूएस इंटेलिजेंस को पता चला है कि उत्तर कोरिया के मिसाइल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फेसिलिटी से कई कोरियन मिसाइलों को मूव किया गया है। हालांकि रिपोर्ट में इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि ये मिसाइलें कब और कहां मूव की गईं। बताया जा रहा है कि ये मिसाइल या तो मध्यम दूरी वाली हुआजोंग-12 या इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक हुआजोंग-14 हो सकती है।
रिपोर्ट की मानें तो मिसाइल रिसर्च एंड डेवलपमेंट फेसिलटी इंटरकॉन्टिनेंटल बलिस्टिक मिसाइलों को समर्पित है। ऐसे में इसके इटरकॉन्टिनेंटल बलिस्टिक हुआजोंग-14 होने के ज्यादा चांस हैं। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि वे फिलहाल ऐसी किसी भी रिपोर्ट की पुष्टि नहीं करते हैं। हालांकि दक्षिण कोरिया के अधिकारी यह आशंका भी जता चुके हैं कि उत्तर कोरिया स्थानीय कम्युनिस्ट पार्टी के स्थापना दिवस पर और ज्यादा उत्तेजक कार्रवाई कर सकता है। बता दें कि उत्तर कोरिया में कम्युनिट पार्टी की स्थापना 10 अक्टूबर को हुई थी।
‘उत्तर कोरिया के साथ बातचीत का रास्ता खुला है’
वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने शनिवार को कहा कि उत्तर कोरिया के साथ बातचीत के लिए रास्ता खुला है अगर वह अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को छोड़कर बात करने को तैयार हो।
बीजिंग में चीनी अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद रेक्स ने कहा हम प्योंगयांग से बात कर सकते हैं। हम किसी अंधेरे में नहीं है। हम उससे बात कर सकते हैं, हम उससे बात करना चाहते हैं। इस बात की जांच की जा रही है कि अगर वह परमाणु कार्यक्रमों को छोड़कर बात करने को तैयार हो तो, हम बात कर सकते हैं।
क्या चीन दोनों देशों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाएगा? इस सवाल पर टिलरसन ने कहा कि बातचीत के लिए हमारा अपना माध्यम है। परमाणु संकट पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और वहां के शीर्ष राजनयिकों से चर्चा के बाद टिलरसन ने यह बयान दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन के प्रस्तावित दौरे से पहले टिलरसन चीन के दौरे पर गए हैं। उन्होंने ने चीन के राष्ट्रपति और अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर वाणिज्य, उत्तर कोरिया और नवंबर में ट्रंप की प्रस्तावित यात्रा पर चर्चा की।