अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निजी वकील रूडी गुलियानी ने शनिवार को कहा कि अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण ईरान में पैदा हुआ आर्थिक संकट एक‘सफल क्रांति’को जन्म दे सकता है। श्री गुलियानी का यह बयान ट्रम्प प्रशासन की टिप्पणी के बिल्कुल विपरीत है जिसमें कहा गया था कि ईरान में सरकार बदलना अमेरिका की नीति का हिस्सा नहीं है। श्री गुलियानी ने ईरान में मौजूदा सरकार का विरोध करने वाले ईरानी-अमेरिकी समुदाय के संगठन की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही।
इस कार्यक्रम का विषय‘ईरान में विद्रोह’था। उन्होंने न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वेयर के एक होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में कहा,’ यह(क्रांति) कुछ दिनों, महीनों अथवा कुछ वर्षों में हो सकती है। लेकिन यह होगी।’ अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी करके श्री गुलियानी के इस बयान से किनारा कर लिया है।
श्री गुलियानी ईरान पर ट्रम्प प्रशासन की ओर से नहीं बोलते। अमेरिका के ईरान परमाणु समझौते से अलग होने के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी तल्ख हुए हैं। मई में श्री ट्रम्प ने इस अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते से अमेरिका के अलग होने की घोषणा की थी। अमेरिका ने इसके बाद ईरान पर दोबारा आर्थिक प्रतिबंध लागू कर दिए हैं।
अमेरिका ने चार नवंबर से ईरान के तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जताई थी।