नई दिल्ली : एम्स के डॉक्टरों की हड़ताल शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। शुक्रवार की तरह शनिवार को भी रूटीन सर्जरी नहीं की गई। जिसकी वजह से अस्पताल आए मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि इमरजेंसी सेवाएं इस हड़ताल के दायरे में नहीं हैं। रेजिडेंट डॉक्टर साथी डॉक्टर को थप्पड़ मारने वाले सीनियर डॉक्टर अतुल कुमार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर अभी तक अड़े हुए हैं।
वहीं ओपीडी में इलाज करने आए मरीजों को बगैर इलाज के ही वापस लौटना पड़ा। ज्ञात हो कि शनिवार को एम्स में कई ओपीडी आधे दिन तक ही चलती है। हालांकि एम्स प्रशासन अपनी ओर से वरिष्ठ डॉक्टरों की तैनाती से स्थिति ठीक होने का दावा करते रहे। लेकिन वास्तविकता उससे भिन्न थी।
बर्खास्तगी की मांग पर अड़े…
यूं तो डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया गया है लेकिन एम्स के प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को देखें तो लगता है कि भगवान पत्थर दिल हो गया हो। दरअसल कई डॉक्टरों से मरीज ने इलाज करने की गुजारिश भी की लेकिन डॉक्टर नहीं पसीजे। दरअसल, एम्स में रेजीडेंट डॉक्टर को थप्पड़ मारने वाले राजेंद्र प्रसाद आई सेंटर के प्रमुख डॉक्टर अतुल कुमार साथी डॉक्टर विनीत मुथा से माफी मांग चुके हैं। इसके बाद भी डॉक्टर उनकी बर्खास्तगी चाह रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि एक एम्स में एक खेमा ऐसा है जो चाहता है कि डॉक्टर अतुल कुमार राजेंद्र प्रसाद आई सेंटर के प्रमुख न रहें और उनकी जगह वहीं से एक डॉक्टर अब वहां के प्रमुख बनें। शनिवार को भी मरीज अपनी परेशानियों से जूझ रहे थे, वहीं एम्स के डॉक्टर मरीजों से बचते हुए नजर आए।
सोमवार से बढ़ेंगी मुसीबतें…
सोमवार से बढ़ेगी मरीजों की मुसीबत शनिवार को एम्स में कई ओपीडी हाफ डे तक रहती है ऐसे में मरीजों को कम परेशानी हुई। लेकिन एम्स रेजीडेंट यूनियन के ही एक डॉक्टर ने बताया कि अगर हड़ताल सोमवार तक रही तो मरीजों को काफी मुसीबत होगी। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से कई मरीज इलाज कराने के इंतजार में खड़े हुए हैं। दूसरी ओर हड़ताल का फायदा दलाल भी उठाने में जुटे हुए हैं। एम्स के बाहर खड़े होकर वह जांच के नाम पर अब मरीजों से टेस्ट के ज्यादा पैसे वसूल रहे हैं। हालत यह है कि जो टेस्ट आसानी से 500 रुपये में हो सकता है उसके लिए 2000 रुपए लिए जा रहे हैं।
फैसले का इंतजार कर रहे डॉक्टर…
इस पूरे घटनाक्रम में डॉक्टर्स एम्स में डॉ. चित्रा सरकार के नेतृत्व में बनी कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। एम्स प्रबंधन की ओर से जो कमेटी बनाई गई है, उसमें डॉ. राजीव कुमार और डॉ. राजेश मल्होत्रा, डॉ. संजीव लालवानी, डॉ. प्रताप शरण शामिल हैं। जो इस पूरे मसले की जांच कर रहे हैं। डॉ. अतुल की पत्नी ने बताया कि वह कमेटी को पूरा सहयोग कर रहे हैं। उनसे जो भी चीजें पूछी जा रही हैं वह सब कुछ बता रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिस छात्र के साथ यह घटना हुई, उनसे डॉ. अतुल लिखित और व्यक्तिगत दोनों रूप में माफी मांग चुके हैं। अब तो वह छुट्टी पर भी हैं। इस छात्र ने तो उन्हें माफ भी कर दिया था। उन्होंने कहा कि जब माफी मांगी जा चुकी है तो हड़ताल क्यों की जा रही है, यह समझ से परे है। वहीं छात्र विनीत ने हालांकि कमेटी के सामने यह आशंका जताई थी कि उसके करियर के साथ कुछ अनहोनी न हों।
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