एक अदालत को जानकारी दी गई कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर भाजपा नेता के खिलाफ दिए गए अपने कुछ बयानों पर खेद जताया है। गडकरी ने केजरीवाल के खिलाफ एक मानहानि वाद दायर किया है।
केजरीवाल और गडकरी ने आज अदालत के सामने संयुक्त आवेदन दायर करके आप नेता के खिलाफ दायर मानहानि मामला वापस लेनेका अनुरोध किया। यह आवेदन अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के सामने दायर किया गया। केजरीवाल के वकील ने न्यायाधीश को वह पत्र सौंपा जिसमें आप नेता ने सत्यापन किए बिना बयान देने पर खेद जताया।
सोलह मार्च को लिखे गए पत्र में कहा गया, ”मैंने सत्यापन के बिना कुछ बयान दिए, ऐसा लगता है कि इन बयानों ने आपको ठेस पहुंचाई और इसलिए आपने मेरे खिलाफ मानहानि मामला दायर किया। मुझे आपसे निजी परेशानी नहीं है। मैं इस पर खेद प्रकट करता हूं।”
नितिन गडकरी ने केजरीवाल के खिलाफ अदालत में याचिका दायर करके आम आदमी पार्टी द्वारा तैयार ”भारत के सबसे भ्रष्टों” की सूची में उनका नाम शामिल करके उनको कथित रूप से बदनाम किया। केजरीवाल ने इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से उन पर मादक पदार्थ कारोबार में कथित रूप से संलिप्तता का ”निराधार” आरोप लगाने पर माफी मांगी थी जिसके बाद मजीठिया ने उनके खिलाफ दायर अदालती मामला वापस लेने का फैसला लिया था।
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