नई दिल्ली : आज एक बार फिर विवादों में रहे आम आदमी पार्टी से निष्काषित विधायक कपिल मिश्रा जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मिलने पहुंचे तो दिल्ली के बर्खास्त नेता कपिल मिश्रा और उनके समर्थकों को पुलिस ने अंदर जाने से रोक दिया। जिसको लेकर उस समय भारी ड्रामा शुरू हो गया ।सिविल लाइंस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास में अंदर नहीं जा पाने से नाराज निष्काषित विधायक कपिल मिश्रा और उनके समर्थक नारेबाजी करने लगे और वहीं धरने पर बैठ गए। आम आदमी पार्टी से निष्काषित विधायक कपिल मिश्रा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल के नेता सत्येंद्र जैन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को उठाने के लिए अरविंद केजरीवाल से उनके जनता दरबार में मिलना चाहते थे।
कपिल मिश्रा का कहना है कि मैं यहां सिर्फ 15-20 लोगों के साथ आया था। ऐसे जनता दरबार का क्या फायदा, जब यहां दिल्ली की जनता को आने की अनुमति नहीं है? आम आदमी पार्टी से निष्काषित विधायक कपिल मिश्रा ने पहले ही जनता दरबार में आने का ऐलान कर दिया था जिसके बाद पुलिस ने बर्खास्त मंत्री एवं उनके समर्थकों को रोकने के लिए मुख्यमंत्री निवास के आस-पास अवरोधक लगा दिए थे।
कपिल मिश्रा ने पत्रकारों से को बताया कि हम यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और जैन के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर चर्चा के लिए राम लीला मैदान में दिल्ली विधानसभा का एक विशेष सत्र आयोजित किए जाने की मांग करने आए थे लेकिन हमें यहां से आगे ही नहीं बढऩे दिया गया। कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
आम आदमी पार्टी से निष्काषित विधायक कपिल मिश्रा के साथ यहां दिवंगत आप नेता संतोष कोली की मां भी मौजूद थी जो अपनी बेटी की मौत के मामले की जांच CBI से करवाने की मांग कर चुकी हैं। संतोष कोली सीमापुरी से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार थी जिनकी जून 2013 में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।
इससे पूर्व दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी से निष्काषित पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा को ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। पिछले दिनों उन पर हुई हमले की कोशिश के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। कपिल मिश्रा पिछले महीने उपवास पर थे. एक व्यक्ति ने खुद को आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता बताकर उनके घर पर हंगामा किया था और उन पर हमले का प्रयास भी किया था।
हालांकि दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने करीब 1 माह पहले कपिल मिश्रा को सुरक्षा देने की जरूरत बताई थी। उन्होंने कहना था कि कपिल मिश्रा पर हमला भी हो सकता है इसलिए उन्हें पूर्ण सुरक्षा दी जानी चाहिए।