नई दिल्ली : जहां आज दिल्ली में बारिश हुई और मौसम के तापमान में गिरावट आई हैं वही दिल्ली में समस्याएं और खड़ी हो जाती हैं दिल्ली की सड़कों और नालों में पानी इकट्ठा जाता हैं जो बीमारियों को जन्म देता हैं ।
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मानसून को देखते हुए शहरों में नालों से गाद निकालने के काम पर और खुले मेनहोल पर नजर रखने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है ताकि दिल्ली वासियों को इस मानसून के मौसम में जलभराव की समस्या का सामना नहीं करना पड़े।
कमेटी में लोक निर्माण विभाग, तीनों नगर निगम, दिल्ली छावनी, DMRC और NDMC समेत कई एजेंसियां शामिल हैं। कमेटी की अध्यक्षता लोक निर्माण विभाग के सचिव करेंगे।
एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा कि कमेटी ने शहर में सभी बड़े नालों से 15 जून तक गाद निकालने की योजना तैयार की है। जिससे नालों से गाद निकलने का कार्य जल्द से जल्द पूरा हो ।
इन नालों की गाद की वजह से हर मानसून में शहर में जलभराव की समस्या हो जाती है। उन्होंने कहा कि कमेटी विभिन्न एजेंसियों के साथ तालमेल के साथ काम करेगी ताकि एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालने की नौबत नहीं आए।
अधिकारी ने बताया कि समिति ने सभी संबंधित एजेंसियों से नालों और सड़कों से 26 मई तक गाद निकालने की योजना बनाने को और यह जानकारी देने को कहा है कि कितने नालों की सफाई की जा चुकी है” PWD दिल्ली की 1260 किलोमीटर सड़कों की जिम्मेदारी संभालती है और बाकी सड़कें तीनों नगर निगमों के अधिकार क्षेत्र में आती हैं।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में सामान्य मानसून की तारीख 29 जून है।