चौपाल ऐसी संस्था है जिसे माननीय मदनदास देवी जी, स्वर्गीय केदारनाथ साहनी जी और माननीय बजरंग लाल जी ने शुरू किया था। आज चौपाल सचमुच एक ऐसा पुल बन चुकी है जो न सिर्फ गरीब लोगों की मदद के लिए अमीर-गरीब लोगों को जोडऩे के सेतु का काम करती है, जिसमें सम्पन्न लोग आगे आकर जरूरतमंद विशेषकर महिलाओं की मदद कर उन्हें अपने पांव पर खड़ा कर स्वावलम्बी बनाने में मदद करती है। इससे कृष्ण-सुदामा वाला रिश्ता भी कायम होता है जिसकी कहीं मिसाल नहीं मिलती। हमारी पूरी टीम हमारे निदेशक भोलानाथ विज जी, रवि बंसल जी, नरेश जैन जी, राजकुमार भाटिया के निर्देशन में चलती है और मुझे इसकी मुख्य संरक्षिका बनकर सेवा करने का अवसर मिला है और मुझे और भी खुशी है कि इसके साथ बहुत से युवा जितेन्द्र महाजन, राजकुमार भाटिया, सौरभ नैय्यर, प्रमोद जैन जैसे असंख्य लोग बढ़-चढ़ कर काम कर रहे हैं। भारत की संस्कृति की पहचान है चौपाल, ईमानदारी का दूसरा नाम है चौपाल।
सबसे बड़ी बात है प्रधानमंत्री मोदी जी हों या राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली हों, गृहमंत्री राजनाथ ङ्क्षसह हों, स्मृति ईरानी, सुषमा स्वराज, अडवानी जी मुरलीधर राव जी या सभी आरएसएस के प्रमुख नेता, सबका आशीर्वाद इसको प्राप्त है। लगभग हर चौपाल के फंक्शन में स्वर्गीय केदारनाथ साहनी जी की पत्नी मां के रूप में मेरे साथ रहती हैं। पिछले साल अश्विनी जी ने चौपाल से प्रार्थना की कि यह कार्यक्रम सारे हरियाणा में विशेषकर उनके निर्वाचन क्षेत्र में होना चाहिए। हम सबने इसे सहर्ष स्वीकार किया। पिछले साल अश्विनी जी के गोद लिए गांव में 150 महिलाओं और पानीपत में 250 महिलाओं को सहायता देकर उन्हें उनके पांवों पर खड़ा किया गया और स्वावलम्बी बनाया गया। मुझे बड़ी खुशी हुई कि बहुत सी महिलाएं इस संस्था से सहायता लेकर आजीविका की गाड़ी खींच रही हैं। कोई सब्जी, फल बेच रही है तो कोई मंदिर में भगवान को अर्पित करने के लिए फूल बेच रही है। कोई गोलगप्पे की रेहड़ी और नमकीन बना रही है, बर्फ बेचने का काम कर रही है, सिलाई का काम कर रही है।
इस बार तो और भी अच्छा हुआ जब अश्विनी जी ने कहा कि मोदी जी का सपना कि भारत बेरोजगार मुक्त हो को पूरा करने के लिए हरियाणा को भी बेरोजगार मुक्त करने का प्रयास करेंगे। पहले भी रूडी जी के साथ मिलकर उन्होंने करनाल और पानीपत में दो कौशल विकास सैंटर खोले हैं तो अब उन्होंने ई-रिक्शा प्रोजैक्ट लाने के लिए कहा, तो हम सबने सहर्ष स्वीकार किया और 8 तारीख को कैबिनेट मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा नेता मुरलीधर राव जी, अश्विनी जी और स्वामी ज्ञानानंद जी के सान्निध्य में 51 ई-रिक्शा बेरोजगारों को दिए गए जिनमें 3 दिव्यांग थे, जिसकी डाऊन पेमेंट बैंक को कर दी और आसान किस्त 200 रुपए रोजाना देकर कुछ दिनों में वह अपनी ई-रिक्शा के मालिक होंगे। यह मौका बड़े हर्ष का था, सम्मान का था। एक नया आयाम, एक नई शुरूआत थी जो 470 जरूरतमंद महिलाओं के चेहरे की खुशी व 51 ई-रिक्शा के मालिकों के चेहरे पर रोजगार मिलने की संतुष्टिï से दिख रही थी और हम सब चौपाल के साथियों को सुकून दे रही थी। अभी कि कागज पूरे करने में मुश्किल हो रही थी परन्तु आदरणीय भोलानाथ जी का जुनून था कि नए प्रोजैक्ट को शुरू करना ही है और अगले कुछ महीनों में करनाल में भी करना है।
मुझे खुशी हुई जब मुरलीधर राव जी ने यह कहा कि किरण जी अब आप सबकी मेहनत से यह चौपाल राष्ट्रीय संगठन बनने जा रही है। अभी कुछ स्थानीय नेताओं, जिनकी सोच छोटी है, जो पानीपत का विकास नहीं चाहते, जो पानीपत को बेरोजगार मुक्त नहीं देखना चाहते,उन्होंने इस कार्यक्रम को खराब करने की कोशिश की, जो मैंने सीएम और प्रदेश अध्यक्ष बराला जी के संज्ञान में ला दिया है। या तो उन व्यक्तियों को बदलना होगा या उनकी सोच बदलनी होगी ताकि आने वाले समय में पानीपत के उद्योगपतियों और जरूरतमंद लोगों की परेशानियों को दूर कर सकें। मैं तहे दिल से अश्विनी जी और स्थानीय उद्योगपतियों को धन्यवाद देती हूं, जिनकी मदद से चौपाल एक नया आयाम स्थापित करने में सफल हुई। माननीय मदन दास देवी जी और माननीय बजरंग लाल जी ने बहुत आशीर्वाद भेजा। मैं सोचती हूं कि स्वर्ग में बैठे केदारनाथ साहनी जी की आत्मा कितनी खुश हो रही होगी।
”मोदी जी का सपना, बेरोजगार मुक्त भारत,
अश्विनी जी का सपना, बेरोजगार मुक्त हरियाणा।”