जींद : डिटेक्टिव टीम ने 2008 को संडील गांव में शमशेर सिंह नामक व्यक्ति कीे गोली मार कर हत्या करने के आरोप में सूरजा खेड़ा गांव निवासी वेदपाल को भाणा बहमण गांव से गिरफतार करने में सफलता हासिल की हैं। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया कर तीन दिन के लिए रिमांड पर लिया हैं। डिटेकिटव स्टाफ में तैनात एएसआई रविंद्र कुमार ने बताया कि संडील गांव में जो 2008 को शमशेर सिंह नामक व्यक्ति का खेतों में मर्डर हुआ था। यह मर्डर ब्लाइंड मर्डर बना हुआ था। पुलिस ने कार्रवाही करते हुए मुख्य आरोपी वेदपाल को काबू किया हैं। गिरफतार किए गए आरोपी वेदपाल के खिलाफ जींद जिले में हत्या, हत्या का प्रयास, देशद्रोह, मारपीट, आम्र्ज व माओवादी एक्ट के तहत 7 मामलें भी दर्ज हैं।
रविंद्र कुमार ने बताया कि पकड़े गए आरोपी वेदपाल से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह 2003 में क्रांन्तिकारी व जागरूक छात्र मोर्चा के सम्पर्क में आया था । इस मोर्चा में काफी सदस्य जुड़े हुए थे जिसका प्रधान राजेश गांव कापड़ो जिला हिसार निवासी था । तभी 2005 में गांव घसों में मोर्चा के बेनर तले एक रैली का आयोजन रखा गया था । इस रैली में कुछ माओवादी किस्म के लोग आए हुए थे जिनके साथ उसका सम्पर्क बना । रैली के समय बालू गांव के संजीव उर्फ विकास व मेाहन, संडील गांव का राममेहर तथा अन्य कुछ लोगों के साथ वहां मुलाकात हुई । रैली में गांव के लोगों के साथ ढगड़ा व मारपीट हुई थी। इस घठनाक्रम के बाद उन्हें काफी डर रहने लगा था। डर के कारण मोर्चा के प्रधान राजेश ने जान का खतरा होते देख सभी को अवैध हथियार भी उपलब्ध करवाए थे। इसी दौरान राममेहर गांव संडील निवासी व संजीव उर्फ विकास तथा मोहन गांव बालू जिला कैथल निवासी के पास आना जाना शुरू हुआ ।
तभी एक दिन जब वह आपस में कहीं बैठे थे तो राममेहर ने बताया कि वह अपने गांव संडील में ही एक लड़की से प्यार करता है और गांव का ही शमशेर सिंह इस बात का विरोध करता हैं जिसे रास्ते से हटाना होगा। राममेहर की बात पर राजेश, संजीव, मोहन व वेदपाल सहमत हो गए। सभी ने मिलकर 5 अगस्त 2008 को खेत में काम कर रहे शमशेर सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाही की और हत्या की योजना बनाने वाले राममेहर को पहले ही काबू करके जेल में भेजने का काम पूरा किया। वहीं बीते सोमवार को डिटेक्टिव टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर भाणा बहमण गांव में एक प्राइवेट स्कूल में टीचर के तौर पर कार्यरत वेदपाल को भी गिरफतार कर लिया। आरोपी वेदपाल ने पूछताछ के दौरान इस पूरे मामलें का खुलासा किया है।
अधिक जानकारियों के लिए बने रहिये पंजाब केसरी के साथ।
– संजय शर्मा