करनाल: मौलिक अध्यापक संघ हरियाणा के बैनर तले प्रदेशभर से आए जेबीटी शिक्षकों ने अंतरजिला तबादलों की मांग को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। अपने गृह जिलों से बाहर काफी वर्षों से सेवारत जेबीटी शिक्षकों ने सरकार से मांग की कि नवचयनित जेबीटी के स्थाई जिला आबंटन से पहले पुराने जेबीटी को उनके गृह जिलों में तबादला किया जाए। सेक्टर 12 में हुडा ग्राउंड में इक्टठा हुए शिक्षक प्रदर्शन करते हुए ओएसडी कार्यालय की ओर पहुंचे। यहां पुलिस ने बैरीकेट लगा कर उन्हें रोक लिया। नारेबाजी करने के बाद नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। प्रदेश महासचिव अशोक आर्य ने सरकार व शिक्षा विभाग पर तबादलों की ढुलमुल नीति का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की मंशा यदि सभी जेबीटी शिक्षकों के तबादलों की होती तो 2015 में लाई गई अंतरजिला तबादला पालिसी में जिलावार खाली पदों का ब्यौरा दिया जाता।
अब सरकार नवचयनित जेबीटी शिक्षकों को जिला आबंटन बारे कोर्ट में एफिडेविट दे रही है कि प्रदेश में 16 हजार जेबीटी के पद खाली हैं, परंतु जब अंतरजिला तबादलों की बात आती है तो विभाग जिलावार सरप्लस का बोर्ड लगा देता है। प्रवक्ता संदीप शर्मा ने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है, परंतु पिछली सरकारों के भेदभाव का शिकार जेबीटी के साथ वर्तमान सरकार भी सौतेला व्यवहार कर रही है। इस अवसर पर करनाल जिला अध्यक्ष जगदीश मोर, जोगंद्र अंबाला, रोहताश यमुनानगर, नवदीप बडेसरा, जसवीर नैन, राजबीर कैथल, राजेश दहिया पानीपत, संदीप सोनीपत, संदीप चहल, अजय सोनीपत, सीमा, संगीता, अनीता, मधु व उपप्रधान सुरेंद्र श्योकंद ने भी जेबीटी शिक्षकों को संबोधित किया।
– आशुतोष, महिन्द्र