रोहतक : महिला आयोग की चेयरमैन प्रतिभा सुमन की अध्यक्षता में मंगलवार को भी पांच सदस्यीय बैंच ने तीन दिवसीय खुले दरबार के दूसरे दिन शिकायतों को सुना। इस दौरान दहेज उत्पीडन, यौन शोषण व घरेलू हिंसा के कई मामले सामने आए, जिन्हें आयोग की टीम ने मौके पर निपटारा किया और कुछ मामलों को लेकर जांच अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। आयोग की अध्यक्षा ने माना कि प्रदेश में भी छोटी बच्चियों से रेप के मामले में मध्यप्रदेश सरकार जैसा कानून लाना चाहिए, ताकि अपराधी किसी भी वारदात को अंजाम देने से पहले सौ बार सोचने पर मजबूर हो जाए। बुधवार को भी बैंच कई मामलो को लेकर सुनवाई करेगा।
एक नामी कम्पनी को भेजे गए नोटिस पर भी जबाव तलबी होगी। मंगलवार को महिला आयोग की अध्यक्ष प्रतिभा सुमन ने कैनाल रेस्ट हाऊस में शिकायतों को सुना और मौके पर ही निपटारा किया। इस दौरान महिला थाना प्रभारी व पीजीआई थाना प्रभारी सहित कई मामलों के जांच अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही डीएसपी भी मौके पर रहे। कई मामलों को लेकर जांच अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। प्रतिभा सुमन ने कहा कि यौन शोषण के मामलों में महिलाओं को चुप्पी तोडनी चाहिए, ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
अगर आरोपी को सजा नहीं मिली तो उसका भय खुल जाता है और वह बडे अपराध को अंजाम देता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति लोगों सोच बदलनी होगी। साथ ही अन्य सामाजिक संगठनों, विपक्ष व सता पक्ष की महिलाओं को आगे आना चाहिए और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल शिक्षित होना ही काफी नहीं है, बल्कि नैतिक संस्कारों का भी होना जरूरी है।
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(मनमोहन कथूरिया)