जींद: हरियाणा में पिछले तीन साल के दौरान व्यापक स्तर पर जो जान-माल की हानि हुई है, उससे साफ हो चला है कि भाजपा सरकार केवल अपने स्वार्थ के लिए घिनौना खेल, खेल रही है। इस घिनौने खेल की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार ना ले रही हो, किंतु यह जनता जानती है कि सत्ताधारी किस कद्र बेशर्मी की हदें लांघ चुके है। आने वाले समय में जनता बताएंगी कि भाजपा ने भाईचारे को तोडऩे तथा प्रदेश को उजाड़ने का काम किया है। ये वक्तव्य रोहतक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को सफीदों रोड़ पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहें। कांग्रेस सांसद ने इससे पहले आयोजित एक कार्यक्रम में इनेलो नेता रविंद्र देशवाल का पार्टी में शामिल होने पर स्वागत करते हुए पूरा मान-सम्मान देने का भरोसा दिलाया।
इस मौके पर कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक, पूर्व विधायक भागसिंह छात्तर, जुलाना से पार्टी प्रत्याशी रहे धर्मेंद्र ढुल, बलराम कटवाल, प्रदेश सचिव जगबीर ढिगाना, ऋषिपाल, नप उपप्रधान विनोद आसरी, सुरेश गोयत, नरेंद्र नाडा, सतबीर कंडेला, दलबीर रेढू, मास्टर सुभाष बधाना, सुनील जुलानी, महावीर कंप्यूटर, दीपक पिंडारा सहित दर्जनों कांग्रेसी नेता मौजदू थे। देशवाल के प्रतिष्ठान पर आयोजित प्रैसवात्र्ता में दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पूर्व में कंडेला कांड, महम कांड हुए है, किंतु इन कांडों से ऊपर पिछले तीन सालों के दौरान तीन बार महाकांड हुए। इन महाकांडों में जहां 75 जानें गई, वहीं लगभग 400 करोड़ से ज्यादा का माल राख हो गया। सरकार की मंशा खराब थी, इसलिए ये महाकांड हुए। धारा-144 का इस सरकार ने मजाक बनाकर रख दिया।
हाई कोर्ट ने सरकार को उसके कुप्रबंधों को लेकर कटघरे में ठहरा दिया, वहीं प्रकाश सिंह कमेटी ने भी बिगड़े माहौल के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। किंतु बेशर्मी की हदें उस समय पार हो गई, जब सरकार ने इन महाकांडों की जिम्मेदारी लेने से पल्ला झाड़ लिया। हुड्डा ने कहा कि पिछले दिनों हरियाणा में लगभग 38 से करीब जो जानें गई है, उनके लिए भले ही मुख्यमंत्री खुद को जिम्मेदार ना मानते हो, किंतु जनता तो इसके लिए सीधे सरकार को ही जिम्मेदार मानती है। भाजपा सरकार की कुनीति के कारण ही हरियाणा में विकास की गाड़ी पटरी से उतर गई। सरकार की कुनीतियों को कटघरे में ठहराते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा भर में किसान, मजदूर, पंचायत सम्मेलन आयोजित किये गए।
इन सम्मेलनों के मार्फत भाजपा सरकार के समक्ष 15 सवाल दागे गए थे। इन सवालों के जवाब अब प्रदेश सरकार के वजीर जवाबी कार्यक्रमों के मार्फत दे रहे हैं। किंतु, मंत्रियों के इन जवाबी कार्यक्रमों को पूरी तरह से नकारते है। क्योंकि वर्तमान में किसान, मजदूरों, कर्मचारी और व्यापारियों के जो दयनीय हालात बने हुए है, उसके लिए सीधे तौर पर भाजपा सरकार जिम्मेदार है। बीते तीन वर्षों में 60 प्रतिशत कर्जे का इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में जहां किसानों को उनकी फसलों के उचित भाव दिये गए, वहीं कानून व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त थी। इसके अलावा किसान, कर्मचारी और व्यापारियों के हित में जो नेक काम किये गए थे, उसकी चर्चाएं पूरे देश में हुई थी।
– संजय शर्मा