ग्वालियर : एशिया-प्रशांत क्षेत्र को कचरा मुक्त बनाने के लिए 3आर यानी रिड्यूस, रियूज़ और रिसायकल के प्रभावी इस्तेमाल पर चर्चा के लिए इंदौर में तीन दिवसीय एशिया-प्रशांत क्षेत्र की आठवीं 3आर फोरम की बैठक आज सम्पन्न हुई। समिट के समापन अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री माया सिंह ने कहा कि हमारा दायित्व है कि हम अगली पीढ़ी को समृद्ध,
प्राकृतिक संसाधनों से भरी स्वच्छ धरती सौंपने के लिये पूरी जवाबदारी से काम करें। यह समिट एशिया-पेसेफिक रीजन के देशों के लिये मील का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम में आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय भारत सरकार के सचिव डी. एस. मिश्रा ने कहा कि हमने प्रकृति से जो प्राप्त किया है, उसे लौटाना हमारा दायित्व है।
इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फरवरी 2018 में आयोजित विश्व गवर्नमेंट समिट में दिया गया 6-आर यानी रिड्यूस, रियूज़, रिसायकल, रिकवर, रेडिजाईन और रेमन्युफक्चरिंग का मंत्र अपनाने से हमें स्वच्छ पर्यावरण प्राप्त होगा। मिश्र ने कहा कि इस फोरम में हुई चर्चा और इससे निकले निष्कर्ष बहुत उपयोगी होंगे।
इंदौर घोषणा-पत्र इस समिट की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के तौर पर हमें रास्ता दिखायेगा। इस अवसर पर जापान के पर्यावरण उप मंत्री आशुओ तकाशी ने कहा कि स्वच्छ जल, वायु और भूमि की प्राप्ति में 3 आर की सफलता परस्पर सहयोग पर निर्भर करती है। उन्होने कहा कि पहली बार 3 आर फोरम की समिट में स्थानीय जनता, समुदाय और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सन्युक्त सचिव श्री संजय कुमार ने समिट के दौरान हुए विचार-विमर्श के निष्कर्षों सम्बंधी जानकारी दी। कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र संघ की सीनियर इकोनोमिक आफिसर सुश्री ब्रीजिट बैराल्ड ने भी सम्बोधित किया। समापन अवसर पर आगामी नवमी एशिया प्रशांत क्षेत्र की 3-आर फोरम की बैठक के मेजबान थाईलैंड सरकार के उपमंत्री जनरल एकेमाई चानसारी को मेजबानी का प्रतीक चिन्ह सौंपा गया।
कार्यक्रम में 3 आर और अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में कार्य कर रही विभिन्न संस्थाओं को पुरस्कृत भी किया गया. इंदौर को इंट्रीगेटेड वेस्ट मैंनेजमेंट श्रेणी में प्रथम और द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।समिट का आयोजन भारत सरकार के आवास और शहरी मामलो के मंत्रालय, जापान सरकार, सन्युक्त राष्ट्र के यू.एन.सी.आर.डी. सहित अनेक संस्थाओं, मध्यप्रदेश सरकार, इंदौर नगर निगम तथा सी.आई.आई के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।
समिट में 40 देशों के 300 प्रतिनिधियों, 106 शहरों के महापौरों और विभिन्न कंपनियों, संगठनो, एनजीओ के प्रतिनिधियों ने कुल 21 सत्रों में चर्चा की गई। तीन दिवसीय इस बैठक के दूसरे दिन छ: सत्रों में हुए मैराथन विचार विमर्श के बाद जरूरी ग्यारह बिंदुओं पर काम करने का प्रस्ताव पारित किया। समिट में रिड्यूस, रियूज़ और रिसायकल पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई। तीन दिवसीय समिट के समापन पर पी.आई.बी. नई दिल्ली के अपर महानिदेशक श्री राजीव जैन ने आभार व्यक्त किया।
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