एफडीआई प्रस्तावों को लेकर पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम के लिए बुरी खबर है। कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बतौर वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की ओर से मंजूर किए गए सभी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रस्तावों की केन्द्र सरकार जांच कराने जा रही है।
जांच में यह देखा जाएगा कि कहीं विदेशी निवेश के प्रस्तावों को मंजूरी देने में नियमों का उल्लंघन तो नहीं किया गया। किसी का फेवर तो नहीं किया गया या फिर नियमों को ताक पर रख विदेशी निवेश के प्रस्तावों की अनुमति तो नहीं दी गई। वित्त मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि यह रूटीन जांच होगी क्योंकि सीबीआई, आईएनएक्स मीडिया के विदेशी निवेश की जांच कर रही है। ऐसे में अन्य विदेशी निवेश के प्रस्तावों की जांच किया जाना स्वाभाविक है।
हालांकि वित्त मंत्रालय के एक उत्तराधिकारी का कहना है कि सीबीआई ने इस मामले में वित्त मंत्रालय को पत्र लिखकर चिदंबरम के वित्त मंत्री के रूप में पारित एफडीआई प्रस्तावों की डिटेल मांगी है। सरकार ने इस पर सहमति जता दी है। मई में कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति के घर पर सीबीआई ने छापा मारा था। सीबीआई की यह कार्रवाई 2007 में आईएनएक्स मीडिया के मालिक पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी के साथ कार्ति के खिलाफ दर्ज एफआईआर के तहत की गई। खबर है कि इस दृष्किाेण में जांचकर्ताओं को अपना काम जल्द से जल्द करने के निर्देश दिए जाएंगे।