केंद्रीय पर्यटन तथा सूचना व प्रौद्योगिकी मंत्री केजे अल्फोंस ने आधार मामले में विपक्ष पर निशाना साधते हुए तंज कसा है। अल्फोंस ने आधार कार्ड के लिए बॉयोमीट्रिक्स को लेकर एक बहुत ही विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब हम यूएस जाते हैं तो अपनी सारी जानकारियां साझा करते हैं वहीं जब सरकार कुछ जानकारियां मांगती है तो यह प्राइवेसी में दखल का मामला बन जाता है। अल्फोंस ने कहा कि ”अमेरिकी वीजा के लिए जब हम दस पेजों की अपनी निजी जानकारी फॉर्म में भरते हैं तो उसमें किसी को कोई परेशानी नहीं होती।”
उन्होंने कहा, ”हमें वीजा के लिए अपने फिंगरप्रिंट्स देने और अग्रेजों के सामने नंगे होने में भी कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन भारतीय सरकार जो कि आपकी अपनी सरकार है, आपसे आपका नाम और पता पूछती है तो यह सभी को अपनी निजता पर अतिक्रमण लगता है। मतलब हम कहां तक जा सकते हैं? अब इसपर सुप्रीम कोर्ट को ही फैसला लेने दो।”
अल्फोंस ने कहा कि आधार का डाटा पूरी तरह सुरक्षित है। सरकार को साढ़े तीन साल से ज्यादा समय हो गया है लेकिन बायोमेट्रिक से डाटा लीक का मामला सामने नहीं आया है। अल्फोंस ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि सरकार डाटा को सुरक्षित रखेगी। इसके लिए तकनीक की मदद ली जा रही है।
अधिक जानकारियों के लिए यहां क्लिक करें।