कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार गिरने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश की जनता ने टेलीविजन पर देखा कि कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रगान बजने से पहले ही भाजपा के विधायक उठकर चले गए। ये उनका स्वभाव है कि वे हिंदुस्तान के किसी भी संस्थान की इज्जत नहीं करते हैं। मुझे गर्व है कि कर्नाटक की जनता ने प्रधानमंत्री, बीजेपी के अध्यक्ष और हत्यारोपी अमित शाह को दिखा दिया कि वे लोकतंत्र को खरीद नहीं सकते हैं।
राहुल ने कहा कि भारत में ताकत और पैसा ही सबकुछ नहीं है। मुझे उम्मीद है कि बीजेपी और आरएसएस ने कर्नाटक से सबक सीखा होगा। एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री हिंदुस्तान से बड़े नहीं हैं, न वे सुप्रीम कोर्ट से बड़े हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने सहयोग से बीजेपी को हराएगा। देश भर में लगातार हमला हो रहा है। बीजेपी और आरएसएस को हम रोकेंगे, देश की जनता और कर्नाटक की जनता की रक्षा की।
पीएम मोदी पर सीधा वार करते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों की खरीद-फरोख्त को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री कहते हैं कि वे भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं, लेकिन असल में वे भ्रष्टाचार हैं। हमने फोन पर हुई बातचीत सार्वजनिक रूप से रखी है। वे लोग सोचते हैं कि देश की हर संस्था को झुका सकते हैं और तबाह कर सकते हैं। एक के बाद वे जनादेश का अपमान कर रहे हैं। मैं कर्नाटक के लोगों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं।
एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि मैं जातिवादी नहीं हूं, अपृश्यता में विश्वास नहीं करता। राज्यपाल वजुभाई वाला इस्तीफा देते हैं या नहीं, एक अलग मुद्दा है, लेकिन देश की संवैधानिक संस्थाओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। अगर आप एक को बदल देते हैं, तो दूसरा आने के बाद वही करता है। ये बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है।
इससे पहले मीडिया से बात करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों को तोड़ना चाहती थी। बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शपथ लेने के ढाई दिन बाद आज नए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। येदियुरप्पा ने विधानसभा में बहुमत के लिए पक्ष में आवश्यक सदस्यों की संख्या न होने के कारण इस्तीफा दे दिया है।
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